बागपत में नौकर की हत्या के मामले में पूर्व प्रधान का बेटा गिरफ्तार Baghpat News
बागपत में नौकर सरताज पर यशपाल मलिक के आठ लाख रुपये थे। कई बार तगादा करने के बाद भी सरताज ने रुपये नहीं लौटाए। इसी को लेकर विवाद चल रहा था। डंडा मारने से बौखलाए यशपाल ने नौकर को मौत के घाट उतार दिया था।
बागपत, जेएनएन। नौकर सरताज की हत्या के मामले में पुलिस ने ग्राम हिसावदा के पूर्व प्रधान स्वर्गीय जितेंद्र मलिक के आरोपित बेटे यशकांत उर्फ यश मलिक को रविवार सुबह गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त चाकू बरामद किया। सिंघावली अहीर थाना प्रभारी शिव प्रकाश सिंह का कहना है कि पूछताछ में आरोपित यशकांत मलिक ने बताया कि नौकर सरताज पर उसके आठ लाख रुपये है कई बार तगादा करने के बाद भी सरताज ने रुपये नहीं लौटाए। शुक्रवार रात रुपये का तगादा करने पर सरताज झगड़ाकरने लगा था। इस दौरान सरताज ने उसको खलवा (बुग्गी का डंडा) मार दिया था। इससे वह चोटिल हो गया था। ग्रामीणों के सामने नौकर द्वारा की गई मारपीट बर्दाश्त नहीं हुई। वह अपना अपमान महसूस कर रहा था। इसी से क्षुब्ध होकर उसने सरताज की चाकू से प्रहार कर हत्या कर दी थी। थाना प्रभारी का कहना है कि आरोपित यशकांत मलिक के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि दिल्ली के चांदनी चौक कूचा उस्ताद बाग निवासी 35 वर्षीय सरताज अपनी पत्नी शमां परवीन और तीन बच्चों के साथ पिछले करीब आठ-दस वर्षो से ग्राम हिसावदा के पूर्व प्रधान जितेंद्र मलिक के मकान में रहा था और नौकरी करता था। इसी गांव में सरताज की ससुराल है। शुक्रवार रात करीब दस बजे पूर्व प्रधान जितेंद्र मलिक के बेटे यशकांत उर्फ यश मलिक व सरताज का झगड़ा हो गया था। वह दोनों चोटिल हो गए थे। पड़ोसियों के समझाने पर मामला शांत हो गया था। उसी रात करीब एक बजे यश मलिक ने घर पर पहुंचकर सरताज की चाकू से गर्दन रेतकर हत्या कर दी थी। सरताज के भाई महताब ने थाने पर यशकांत व उसकी पत्नी नेहा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।