Bike Bot Scam: संजय भाटी के भाई सचिन, पवन और करणपाल से गहन पूछताछ, खुले कई राज
करीब 3500 करोड़ के बाइक बोट घोटाले में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के निदेशक संजय भाटी के बाद सचिन पवन और करणपाल ही अहम भूमिका निभा रहे थे। संजय भाटी की हर मीटिंग में तीनों को शामिल किया जाता था।
मेरठ, जेएनएन। करीब 3500 करोड़ के बाइक बोट घोटाले में गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के निदेशक संजय भाटी के बाद सचिन, पवन और करणपाल ही अहम भूमिका निभा रहे थे। संजय भाटी की हर मीटिंग में तीनों को शामिल किया जाता था। उनसे रायशुमारी करने के बाद ही कंपनी में निर्णय लिया जाता था। ईओडब्ल्यू की टीम मान रही है कि सबसे मोटी रकम उक्त तीनों ने ही ठिकाने लगाई है। तीनों के परिवार और रिश्तेदारों के खातों की भी बैंक डिटेल मांगी गई है, जिन खातों की डिटेल आई है, उनमें से मोटी रकम कई कंपनियों को दी गई है, जिन्हें ईओडब्ल्यू की तरफ से नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
तीनों ने पूछताछ में खोले राज
बुधवार को उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एसटीएफ के साथ मिलकर निदेशक संजय भाटी के भाई सचिन भाटी और पवन भाटी तथा कंपनी के निदेशक करणपाल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। ईओडब्ल्यू की टीम ने तीनों आरोपितों से सघन पूछताछ की। साथ ही डेढ साल तक कहां रहे है, उनकी पूरी लोकेशन भी ली जा रही है। हालांकि तीनों का कहना है कि दिल्ली में हरियाणा बार्डर में एक फ़्लैट में रह रहे थे। वहीं से अक्सर घर भी आना जाना रहता था।
रिश्तेदारों के संपत्ति पर भी नजर
एएसपी राम सुरेश यादव का कहना है कि करणपाल की बुलंदशहर में 12 बीघा जमीन सामने आई है। माना जा रहा है कि मेरठ के आउटर एरिया में भी करणपाल ने काफी संपत्ति खरीदी है, वह संपत्ति करणपाल के नाम है, या उसने अपने परिवार और रिश्तेदारों के नाम कर दिया है। सभी के खातों की बैंक डिटेल मांगी गई है। साथ ही सचिन भाटी और पवन भाटी का भी अतित खंगाला जा रहा है।
संपत्ति की कर रही पड़ताल
संजय भाटी के बाद दोनों ही कंपनी की बागडोर संभालते थे। माना जा रहा है कि उन्होंने भी मोटी रकम अन्य संपत्ति की खरीदारी में लगा दी है। ईओडब्ल्यू की टीम संपत्ति की भी पड़ताल की जा रही है। एएसपी राम सुरेश यादव ने कहा कि आरोपितों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा रही है। लोनी ही नहीं आसपास के दूसरे राज्यों में भी दोनों की संपत्ति पड़ी हुई है। सचिन, पवन और करणपाल की संपत्ति की पड़ताल करके कार्रवाई कराएगी।
वाहनों की पड़ताल पर काम कर रही टीम
बाइक बोट में प्रयोग किए वाहनों को भी सीज करने की तैयारी की जा रही है, जिस पर भी बाइ बोट की बाइक मिली है, उनसे बरामदगी को एक टीम काम कर रही है। साथ ही उसकी विवेचना भी नोएडा के एक थाने से कराई जा रही है। एएसपी राम सुरेश यादव ने बताया कि सचिन, पवन और करणपाल भी फारच्यूनर से कम कदम नहीं रखते थे। उनसे सभी गाडियों की डिटेल मांगी गई है। ताकि ईओडब्ल्यू की टीम उन पर कार्रवाई कर सके। मेरठ में सपाई गई मर्सडीज के बारे में भी ईओडब्ल्यू को जानकारी मिली है, जो कहीं पर सुरक्षित स्थान पर खड़ा कर दिया है। उसका अभी संचालन तक नहीं हो पा रहा है।