ऊर्जा मंत्री के आश्वासन पर अभियंता संघ का धरना खत्म, बैठक में हुए शामिल
राज्य विधुत परिषद अभियन्ता संघ ने बुधवार को जिले के प्रभारी व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की मंडलीय समीक्षा बैठक का बहिष्कार कर दिया। बाद में वे आश्वासन पर मान गए।
मेरठ, जेएनएन। पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत राज्य विधुत परिषद अभियन्ता संघ ने बुधवार को जिले के प्रभारी व ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की मंडलीय समीक्षा बैठक का बहिष्कार कर दिया। ऊर्जा मंत्री पीवीवीएनएल मुख्यालय पर जैसे ही पहुंचे अभियंताओं ने मांगो को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। ऊर्जा भवन परिसर में धरने पर बैठ गए। पीवीवीएनएल के प्रबन्ध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने अभियंताओं को बैठक में आने की बात कही। लेकिन अभियन्ता अपनी मांगों पर अड़ गए। बाद में ऊर्जा मंत्री धरना स्थल पर पहुंचे और उनकी मांगें सुनी। आश्वासन मिलते ही अभियंता संघ ने धरना समाप्त कर दिया और समीक्षा बैठक में शामिल हुए।
स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए उर्जामंत्री धरना स्थल पर पहुंचे। राज्य विधुत परिषद अभियन्ता संघ के पदाधिकारियों और डिस्कॉम भर से एकत्र अभियंताओं की बात सुनी। अभियन्ता संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि नोयडा के अधिशासी अभियंता द्वितीय संजय शर्मा के खिलाफ एफआईआर के आदेश को तत्काल निरस्त किया जाए। उच्च अधिकारियों से जांच कराई जाए। अधिशासी अभियंता के खिलाफ की जा रही कार्रवाई न्याय पूर्ण नही हैं। मांगो का ज्ञापन भी सौंपा। ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि पीवीवीएनएल की सरकार संरक्षक है। यह एक कम्पनी है। सरकार को अपने कर्मचारियों की भी चिंता है और यह भी सुनिश्चित करना है कि किसी उपभोक्ता का भी उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। ऊर्जामंत्री ने इस मामले में फौरन चेयरमैन से फोन पर बात की। राज्य विधुत परिषद अभियन्ता संघ के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया कि किसी भी कर्मचारी के खिलाफ अन्याय नही होने देंगे। नोयडा के अधिशासी अभियंता द्वितीय के खिलाफ दोबारा उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। एफआईआर के आदेश को स्थगित किया जाएगा।
आश्वासन पर माने अभियन्ता
ऊर्जामंत्री के आश्वासन के बाद अभियन्ता संघ ने धरने को समाप्त कर दिया। करीब डेढ़ घण्टे बाद दोपहर 12.30 बजे सभी अभियन्ता बैठक में पहुँचे और ऊर्जामंत्री ने मंडलीय समीक्षा बैठक शुरू की। धरने में मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंता, अवर अभियंता पूरे डिस्कॉम से शामिल हुए।
ये है पूरा मामला
नोयडा के अधिशासी अभियंता द्वितीय संजय शर्मा पर 54 लाख रुपये का वित्तीय अनियमितता का आरोप है। इस मामले की नोयडा की जांच अधीक्षण अभियंता पर हो चुकी है। जिसके बाद प्रबन्ध निदेशक अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने अधिशासी अभियंता को निलंबित कर दिया है और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। इस मामले के प्रकाश में आने के बाद से पीवीवीएनएल के अभियंताओं में हड़कंप मच गया है। अभियंताओं ने इस मामले को लेकर होली भी नहीं मनाई। कार्यालय अवकाश पर भी खोले हैं।