मेरठ में शौचालय से बनेगी बिजली, गैस से जलेगा कूड़ा
मेरठ नगर निगम के 27 अधिकारियों ने विश्व का एकमात्र टॉयलेट म्यूजियम देखा। पालम दिल्ली स्थित म्यूजियम को देखकर अधिकारियों ने शौचालय के विज्ञान को समझा।
मेरठ (जेएनएन)। शौचालय एक पूरा विज्ञान है। इसकी गैस से जहां बिजली बनती है, वहीं गैस से चलने वाला इंसीनिरेटर (मेडिकल कचरा निस्तारण) महिलाओं के सेनेट्री पैड को जलाकर नष्ट कर देता है। हड़प्पा और सिंधु घाटी की सभ्यता से लेकर 21वीं सदी तक शौचालय लगातार अपना स्वरूप बदलता रहा है। एक्सपोजर विजिट पर निकले नगर निगम के 27 अधिकारियों के मुंह से रविवार को विश्व का एकमात्र टॉयलेट म्यूजियम देखने के बाद उक्त शब्द निकले।
अफसरों के शौचालय देखे
पालम दिल्ली में सुलभ इंटरनेशनल के म्यूजियम ऑफ टायलेट्स में नगर निगम अफसरों की टीम ने हड़प्पा और सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर 21वीं सदी तक की शौचालय की यात्रा देखी। पांच हजार साल से अधिक पुराने शौचालय, राजा-महाराजा और अंग्रेज अफसरों के शौचालय भी देखे। म्यूजियम गांधी की विचारधारा से प्रेरित है। उन्होंने विभिन्न प्रदेशों में उपलब्ध संसाधनों से शौचालय बनाने की सीख दी थी। कई प्रदेशों के शौचालय भी म्यूजियम में प्रदर्शित हैं।
शौचालय साइंस को अपनाएंगे
- यहां शौचालय में बनने वाली मीथेन गैस से बिजली बनाई जाती है।
- शौचालय के पानी को प्यूरीफाई करके फिर से उपयोग किया जाता है।
- सबसे बड़ी समस्या जलकुंभी की फसल है। इसके पत्तों को सुखाकर चूर्ण बनाकर गोबर में मिलाकर दोगुनी बायोगैस यहां बनाई जाती है।
जाना पुरानी मान्यताओं का राज
- शौच के दौरान कान पर जनेऊ बांधने से पेट में कब्ज की शिकायत नहीं होती।
- पेयजल दूषित न हो इसलिए जलस्नोत से 10 हाथ दूर मूत्र त्याग तथा 100 हाथ दूर मल त्याग का संदेश उपनिषदों में लिखा है।
जरूरी हैं तीन एक्सपोजर विजिट
स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छता सर्वेक्षण की शर्तो के मुताबिक नगर निकायों के अफसरों-कर्मचारियों को तीन एक्सपोजर विजिट करना अनिवार्य है। मेरठ निगम के अफसरों ने रविवार को पहली एक्सपोजर विजिट दिल्ली के पालम स्थित सुगम इंटरनेशनल म्यूजियम ऑफ टॉयलेट्स में की।
विशेष बस से दिल्ली पहुंची 27 अफसरों की टीम
नगर आयुक्त मनोज चौहान के नेतृत्व में मुख्य नगर लेखा परीक्षक, लेखाधिकारी, हाउस टैक्स, स्वास्थ्य विभाग के मुख्य व सफाई एवं खाद्य निरीक्षक, निर्माण विभाग के अवर अभियंता व अन्य अधिकारी समेत कुल 27 लोगों की टीम विशेष बस से म्यूजियम पहुंची।
इनका कहना है
म्यूजियम विजिट करके शौचालय विज्ञान जानने को मिला। उक्त सभी उपाय शहर में लागू कराए जाएंगे। दूसरा एक्सपोजर विजिट नोएडा में स्थित कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलेशन प्लांट में होगा।
-मनोज चौहान, नगर आयुक्त