चुनाव के लिए स्टॉक किए थे 500 कारतूस, तीन तमंचे
इंचौली थाना पुलिस ने लावड़ से बरामद किया असलाह
जागरण संवाददाता, मेरठ : इंचौली थाना पुलिस ने गांव लावड़ के समीप एक स्कूटी की डिग्गी से 500 कारतूस और तीन तमंचे बरामद किए। पकड़े गए आरोपित ने राजफाश किया कि वह मुरादाबाद से कारतूस खरीदकर इन्हें पूरे मेरठ जोन के जिलों में सप्लाई करता है। बकौल आरोपित, चुनाव में कारतूसों की डिमांड बढ़ जाती है, इसलिए लोकसभा चुनाव 2019 से पहले लावड़ निवासी उसका साथी कारतूस का स्टॉक कर रहा था।
एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि रविवार रात आठ बजे इंचौली थाना पुलिस को सूचना मिली कि सोफीपुर से मेरठ की तरफ आ रहे व्यक्ति की स्कूटी में भारी संख्या में कारतूस हैं। पुलिस टीम ने लावड़ के पास घेराबंदी की लेकिन अंधेरे के कारण एक युवक स्कूटी से कूदकर जंगलों में घुस गया जबकि उसका साथी मुरादाबाद के थाना कटघर अंतर्गत गांव पीरदादा निवासी इलियास पुत्र जमील अहमद पकड़ा गया।
स्कूटी की डिग्गी में तीन तमंचे और 500 कारतूस मिले। फरार हुआ उसका साथी लावड़ निवासी जिला उर्फ जियाउलह पुत्र कासिम है। इलियास का कहना है कि जिया मुरादाबाद से जबकि वह खुद बरेली से कारतूस खरीदकर लाता है। जिया ही मुजफ्फरनगर, मेरठ, गाजियाबाद, शामली, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर, नोएडा जिलों में इन कारतूसों की सप्लाई करता है। इलियास का कहना है कि वह कमीशन पर काम करता है। तमंचा ::: बरेली में निर्माण, मुरादाबाद है कारतूसों का सप्लाई केंद्र
जागरण संवाददाता, मेरठ : जिन करतूस और तमंचों को इंचौली थाना पुलिस ने पकड़ा है, उनका निर्माण भले ही बरेली में होता हो, लेकिन इनकी सप्लाई का बड़ा केंद्र मुरादाबाद है। कारतूस और अवैध तमंचों की सप्लाई के धंधे में पूरे प्रदेश में बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपित ने बताया है कि उनके गिरोह के 30 से अधिक एजेंट कमीशन पर पूरे प्रदेश में कारतूसों की सप्लाई करते हैं। एक एजेंट सालभर में पूरे प्रदेश में हजारों कारतूस सप्लाई कर देता है। प्रति कारतूस 10 रुपये कमीशन
पुलिस गिरफ्त में आए मुरादाबाद के कटघर के पीरदादा निवासी इलियास की मानें तो बरेली से मेरठ, मुजफ्फरनगर आदि आसपास के जिलों में सप्लाई के लिए उन्हें प्रति कारतूस 10 रुपये कमीशन मिलता है।
150 रुपये का कारतूस 50 में बेचते
एसएसपी का कहना है कि कारतूस की सरकारी कीमत 120 से 150 रुपये है लेकिन आरोपित बरेली से यह कारतूस 40 रुपये में खरीदकर मुरादाबाद लाते हैं और मुरादाबाद से भी एजेंटों को 40 रुपये में ही दिया जाता है। इसके बाद ग्राहकों को 50 रुपये में बेचा जाता है।
इस तरह करते हैं धंधा
इलियास का कहना है कि उनके गांव लावड़ का रहीस भी सप्लायर है। बरेली से कारों में कारतूस मुरादाबाद पहुंचते हैं। जब तीन से पांच हजार कारतूस आ जाते हैं तो सभी एजेंट को वाट्सएप या टेक्स्ट मैसेज से सूचना दी जाती है। एजेंट एक-एक करके आते हैं और कारतूस ले जाते हैं। इन्होंने कहा--
इन लोगों का बड़ा नेटवर्क है। लावड़ के ही दो एजेंट जिया और रहीस हैं। सभी का पता लगाकर ठोस कार्रवाई की जाएगी।
राजेश कुमार, एसपी देहात