घर में सबका लाडला था छोटा, इसीलिए बड़े भाई ने मार डाला
प्रेसीडेंसी स्कूल के दसवीं के छात्र की हत्या जितनी सनसनीखेज थी, उसका राजफाश उतना ही हैरान करने वाला हुआ। अविनाश की हत्या उसी के बड़े भाई ने की थी।
By Ashu SinghEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 04:33 PM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 04:33 PM (IST)
मेरठ (जेएनएन)। परतापुर थाना क्षेत्र में पूठा रोड पर 10वीं कक्षा के छात्र की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। हत्या का राजफाश बेहद चौंकाने वाला है। छात्र की हत्या उसी के बड़े भाई ने की थी। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर लिया है। गुरुवार को एसपी सिटी रणविजय सिंह ने पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मृतक छात्र घर में सबका लाडला था। इस बात से कुंठित होकर उसके बड़े भाई ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी।
वेट लिफ्टिंग करता है
परतापुर थाना क्षेत्र में पूठा रोड स्थित कॉलोनी में सीआरपीएफ के रिटायर्ड हवलदार रविंद्र सिंह रहते हैं। उनका बड़ा बेटा अंकित (18) पढ़ाई छोड़कर वेट लिफ्टिंग की तैयारी कर रहा है, जबकि छोटा बेटा अविनाश (15) प्रेसीडेंसी स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता था। गत 30 अक्टूबर की सुबह 4:40 बजे वह ट्यूशन का पता करने की बात कहकर घर से निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने तलाश की तो करीब दो घंटे बाद उसका शव पूठा रोड स्थित गैस एजेंसी की बगल में झाडिय़ों में पड़ा मिला। सिर में गोली मारकर उसकी हत्या की गई थी। पुलिस छात्रों की टशनबाजी या प्रेम-प्रसंग में हत्या मान रही थी, लेकिन जांच आगे बढ़ी तो चौंकाने वाला राजफाश हुआ।
पहले ही खरीद लिया था असलाह
एसपी सिटी ने बताया कि अविनाश मां-बाप का दुलारा था। वहीं, अंकित ने गाहे-बगाहे चोरी करना भी शुरू कर दिया था। अविनाश इसकी शिकायत पिता से करता था। अंकित को लगा कि अविनाश की वजह से उसकी कद्र घरवालों की नजर में घटती जा रही है। वहीं, पिता भी उसे संपत्ति से बेदखल करने की धमकी देने लगा था। इससे वह कुंठित रहने लगा था। इसके लिए उसने अविनाश की हत्या की योजना बनाई और तमंचा खरीदकर रख लिया।
सीसीटीवी कैमरे ने खोला राज
अविनाश के घर से निकलने के डेढ़ मिनट बाद ही अंकित भी उसके पीछे-पीछे हो लिया था। हत्या कर वह फिर से घर में सो गया। मां के उठाने पर अंकित ने अविनाश के बारे में खुद ही पूछा और फिर दोस्त के साथ उसे ढूंढऩे निकल पड़ा। अंकित ने निकलने से पहले ही घर में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए थे। लेकिन वह पास की ही एक फैक्ट्री में लगे कैमरों में कैद हो गया। वह मेन रास्ते की बजाय घर के पीछे के कच्चे रास्ते से गया था।
वेट लिफ्टिंग करता है
परतापुर थाना क्षेत्र में पूठा रोड स्थित कॉलोनी में सीआरपीएफ के रिटायर्ड हवलदार रविंद्र सिंह रहते हैं। उनका बड़ा बेटा अंकित (18) पढ़ाई छोड़कर वेट लिफ्टिंग की तैयारी कर रहा है, जबकि छोटा बेटा अविनाश (15) प्रेसीडेंसी स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता था। गत 30 अक्टूबर की सुबह 4:40 बजे वह ट्यूशन का पता करने की बात कहकर घर से निकला, लेकिन वापस नहीं लौटा। परिजनों ने तलाश की तो करीब दो घंटे बाद उसका शव पूठा रोड स्थित गैस एजेंसी की बगल में झाडिय़ों में पड़ा मिला। सिर में गोली मारकर उसकी हत्या की गई थी। पुलिस छात्रों की टशनबाजी या प्रेम-प्रसंग में हत्या मान रही थी, लेकिन जांच आगे बढ़ी तो चौंकाने वाला राजफाश हुआ।
पहले ही खरीद लिया था असलाह
एसपी सिटी ने बताया कि अविनाश मां-बाप का दुलारा था। वहीं, अंकित ने गाहे-बगाहे चोरी करना भी शुरू कर दिया था। अविनाश इसकी शिकायत पिता से करता था। अंकित को लगा कि अविनाश की वजह से उसकी कद्र घरवालों की नजर में घटती जा रही है। वहीं, पिता भी उसे संपत्ति से बेदखल करने की धमकी देने लगा था। इससे वह कुंठित रहने लगा था। इसके लिए उसने अविनाश की हत्या की योजना बनाई और तमंचा खरीदकर रख लिया।
सीसीटीवी कैमरे ने खोला राज
अविनाश के घर से निकलने के डेढ़ मिनट बाद ही अंकित भी उसके पीछे-पीछे हो लिया था। हत्या कर वह फिर से घर में सो गया। मां के उठाने पर अंकित ने अविनाश के बारे में खुद ही पूछा और फिर दोस्त के साथ उसे ढूंढऩे निकल पड़ा। अंकित ने निकलने से पहले ही घर में लगे सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए थे। लेकिन वह पास की ही एक फैक्ट्री में लगे कैमरों में कैद हो गया। वह मेन रास्ते की बजाय घर के पीछे के कच्चे रास्ते से गया था।
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