सहारनपुर में हाजी इकबाल के आवास पर चल रही ईडी की छापेमारी, भारी पुलिस बल मौजूद
बुधवार को सुबह करीब 1100 बजे ईडी की टीम ने भारी पुलिस बल के साथ पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के मिर्जापुर स्थित पैतृक आवास पर छापेमारी शुरू की। गौरतलब है कि अवैध खनन के मामलों के बाद आय से अधिक संपत्ति व मनी लांड्रिंग का मामला शुरू हुआ था।
सहारनपुर, जेएनएन। पूर्व एमएलसी हाजी इकबाल के मिर्जापुर स्थित आवास पर ईडी (Enforcement Directorate) की टीम छापेमारी कर रही है। सुबह ही ईडी के अधिकारी हाजी इकबाल के आवास पर पहुंच गए। अभी ईडी के अधिकारी उनके आवास में अंदर हैं। बाहर भारी पुलिस पुलिस बल तैनात की गई है, ताकि कोई अव्यवस्था न फैले। वहीं मीडिया को आवास से दूर ही रोक दिया गया है। किसी को भी अंदर और बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। सुबह से ही ईडी के अधिकारी आवास के अंदर जांच पड़ताल कर रहे हैं।
ये है मामला
हाजी इकबाल पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज है। मोहम्मद इकबाल के खिलाफ ईडी पहले से भी मनी लांड्रिंग के एक मामले की जांच कर रही है। कुछ कंपनियों में हाजी इकबाल की संपत्तियां लगी होने के सबूत भी ईडी तलाश रही है। दरअसल जांच में यह सामने आया था कि हाजी ने कुछ कंपनियां खोलीं और शेयर आदि में निवेश किया, जांच में ज्यादातर कंपनियों के संचालक अन्य लोग निकले। इनकी हकीकत का पता लगाने के लिये ईडी लगातार छापेमारी कर रही है।
कई महीनों से है संपत्ति अटैच करने की चर्चा
पिछले दिनों यह चर्चा भी चली थी कि अवैध खनन के मामले में आरोपित मोहम्मद इकबाल की संपत्ति अटैच की जा कसती है, यह कहा गया कि अवैध खनन के मामले की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मोहम्मद इकबाल की संपत्ति अटैच करने की तैयारी में है। पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल पर अवैध खनन के जरिए बेनामी संपत्ति खरीदने का आरोप है, मोहम्मद इकबाल ने सहारनपुर में 700 एकड़ में ग्लोकल यूनिवर्सिटी बनाई है, ईडी को पूर्व एमएलसी की कई बेनामी संपत्तियों के संबंध में भी जानकारी मिली है, पूर्व एमएलसी की कई संपत्ति ईडी के निशाने पर हैं, इनमें कई बेनामी संपत्तियां भी हैं। गौरतलब है कि अवैध खनन के मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भी पिछले साल हाजी मोहम्मद इकबाल के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी।
आखिर कौन है यह हाजी इकबाल
हाजी इकबाल बसपा से पूर्व एमएलसी रह चुका है। पुलिस का मानना है कि यह एक खनन माफिया है, इसका सहारनपुर में ही एक स्कूल भी है। पुलिस इसके खिलाफ कई बार कार्रवाई कर चुकी है। वहीं पूर्व में भी इसके यहां पर छापेमारी हो चुकी है। कुछ दिन पहले ही सीबीआई का भी छापा पड़ा था। इसके खिलाफ धोखाधड़ी के कई मामले भी दर्ज हैं।
बसपा के पूर्व एमएलसी मोहम्मद इकबाल, दो पूर्व खान अधिकारी और खनिज विभाग कार्यालय के लिपिक के खिलाफ सदर बाजार कोतवाली में धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की न्यायालय के आदेश पर दर्ज रिपोर्ट में आरोप है कि अवैध खनन के खिलाफ आवाज उठाने पर पूर्व प्रधान को खनन माफिया बताकर 4.26 करोड़ रुपये के नोटिस जारी किए और भूमि कुर्क करने का आदेश कराया गया था।