बस संस्कार दीजिए, एंटी रोमियो दल की जरूरत नहीं पड़ेगी
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि जितना काम एंटी रोमियो स्क्वायड नहीं करेगा उतना संस्कारों की शिक्षा करेगी।
जासं, मेरठ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि जितना काम एंटी रोमियो स्क्वॉयड कर रही है। अगर विश्वविद्यालय के शिक्षक छात्रों को संस्कार देने लगे तो उसकी जरूरत ही नही होगी। समाज में तमाम तरह की विकृतियां हैं, उसे बच्चों को परिवार और कालेज स्तर पर संस्कार देकर ही दूर किया जा सकता है। वह चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के बृहस्पतिभवन में उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा की दिशा और दशा विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि लखनऊ में प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक हुई थी। इसमें 42 बिंदुओं पर चर्चा के बाद संकल्प पत्र को लिपिबद्ध किया गया है, जो शिक्षा, शिक्षक से संबंधित है, और इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। उन्होंने एक अमेरिकी शोध का हवाला देते हुए बताया कि बचपन में यदि बच्चा अपने दादा-दादी, नाना-नानी या किसी बुजुर्ग के साथ रहता है, उनकी कहानियों को सुनता है तो उसका सकारात्मक विकास होता है।
नकलविहीन परीक्षा पर कहा कि महिला डिग्री कॉलेज के अलावा कोई भी कालेज स्वकेंद्र नहीं बनाया जाएगा। परीक्षा के दौरान हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने कालेजों और विश्वविद्यालयों में निश्शुल्क रूप से वाई-फाई लगाने के लिए कहा, अगर किसी कालेज में तकनीकी दिक्कत है तो उसका सहयोग किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई कालेजों में शिक्षकों की बायोमेट्रिक हाजिरी हो रही है। हमें सोचना होगा कि इसका दोषी कौन है? ऐसे में शिक्षक, छात्र, कर्मचारी और सरकार सभी को अपनी जिम्मेदारी को समझना होगा। उन्होंने कहा कि डिग्री कालेजों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरा जा रहा है। स्थानांतरण के लिए आनलाइन पारदर्शी व्यवस्था लागू कर दी गई है। जिसमें विकल्प भरने के बाद ट्रांसफर लेटर खुद आनलाइन निकलकर आ जाएगा।
विवि में 220 दिन की पढ़ाई अनिवार्य
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार शिक्षकों के ग्रेच्युटी, पेंशन, वेतन का हर तरह से भुगतान कर रही है। साथ ही कालेजों में प्रवेश से लेकर परीक्षा को नियमित किया जा रहा है। 220 दिन की पढ़ाई अनिवार्य होगी। विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव पर उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि प्रवेश के बाद जुलाई से अगस्त तक छात्रसंघ का चुनाव हो जाए। कुलपति लिंगदोह समिति की सिफारिशों को ध्यान में रखकर छात्रसंघ चुनाव का निर्णय ले सकते हैं। परिसर में सुधार के लिए कुलपति के नेतृत्व में कर्मचारी प्रतिनिधि, शिक्षक प्रतिनिधि, छात्र प्रतिनिधियों को लेकर एक समन्वय समिति भी बनाई जा सकती है। उपमुख्यमंत्री ने छात्रों को बड़ा लक्ष्य लेकर आगे बढ़ने को कहा।
छात्रों से सिगरेट मांगकर पीते हैं टीचर
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे शिक्षकों का सम्मान किसी भी युग में होता है। उन्होंने एक शिक्षक का हवाला देते हुए कहा कि जो शिक्षक छात्रों से सिगरेट मांगकर पीते हैं, उनके साथ छात्र कैसे पेश आएंगे।
हॉल छोटा पड़ा
बृहस्पतिभवन में उपमुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान पूरा हॉल खचाखच भरा रहा, लोगों के बैठने के लिए कुर्सी नहीं बची थी। बाहर उनके भाषण को देखने के लिए लाइव व्यवस्था की गई थी। भीड़ को देखते हुए उपमुख्यमंत्री को सीधे मंच पर लाकर लोगों से रूबरू कराया गया। हालांकि भीड़ के बाद भी आयोजकों ने व्यवस्था बनाने की कोशिश की।
ये रहे मौजूद
संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने की। संयोजक डा. त्रिलोचन शर्मा रहे। मौके पर सांसद राजेंद्र अग्रवाल, कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल, विधायक सोमेंद्र तोमर, विधायक संगीत सोम, दिनेश खटिक, सत्यवीर त्यागी, पूर्व विधायक अमित अग्रवाल सहित विश्वविद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी, भाजपा के नेता, एबीवीपी के कार्यकर्ता आदि रहे।