मेडिकल के दौरान अभ्यर्थी के हाथ की अंगुली हुई अलग
उप्र पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2018 के लिए पुलिस लाइन में चल रही मेडिकल प्रक्रिया के दौरान फर्जीवाडा पकडा।
मेरठ । उप्र पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2018 के लिए पुलिस लाइन में चल रही मेडिकल प्रक्रिया के दौरान उस वक्त अजीबो-गरीब स्थिति हो गई जब एक अभ्यर्थी की हाथ की एक अंगुली पंजे से अलग हो गई। खून का एक कतरा भी न था, न ही अभ्यर्थी दर्द से छटपटा रहा था। परीक्षण कर रहे चिकित्सक भी हैरान थे। कुछ पलों के लिए वहां मौजूद अन्य अभ्यर्थियों के दिलों की धड़कन रुक-सी गई।
भर्ती होने को युवक ने किया था फर्जीवाड़ा
18 अप्रैल तक चलने वाली प्रक्रिया के दौरान प्रतिदिन लगभग 150 अभ्यर्थी बुलाए जा रहे हैं। मंगलवार को मेडिकल परीक्षण चल रहा था। बारी परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के गांव पसवाड़ा निवासी मोहित पुत्र रामपाल की आई। चिकित्सक ने उंगलियों का परीक्षण शुरू किया। इसी बीच उसके बाएं हाथ की एक उंगली टूटकर जमीन पर गिर गई। यह देखकर चिकित्सक चौंक गए। जांच में पता चला कि वह रबड़ से बनी हुई अंगुली थी, जो बैंडेड से कटी हुई अंगुली पर चिपकाई गई थी। भर्ती होने के लिए युवक ने यह फर्जीवाड़ा किया था।
चोट लगने का बनाया बहाना
काफी देर से दूसरे अभ्यर्थी उसकी अंगुली पर चिपकी हुई बैंडेड देख रहे थे। उन्होंने युवक से कहा कि बैंडेड हटानी पड़ेगी, लेकिन वह झांसा देता रहा कि उसकी अंगुली में चोट लगी है।
माफ कर दीजिए, बेरोजगार हूं..
मामला पकड़ में आने पर युवक ने परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने का हवाला दिया। अधिकारी उस पर मुकदमा दर्ज कराने लगे तो युवक ने गलती मानी। उसने कहा कि वह बेरोजगार है। नौकरी के लिए रबड़ की अंगुली लगवानी पड़ी। युवक की दलील सुनकर अधिकारियों ने माफीनामा लिखवाकर उसे छोड़ दिया।
इन्होंने कहा-
पुलिस में भर्ती होने के लिए अपनी कटी हुई अंगुली पर रबड़ की नकली अंगुली लगाई थी। चिकित्सकों ने मेडिकल के दौरान फर्जीवाड़ा पकड़ लिया। उसकी पारिवारिक स्थिति देखते हुए चेतावनी देकर छोड़ा दिया।
-संजीव कुमार बाजपेयी, नोडल अधिकारी-भर्ती