जाम की वजह से दीक्षा समारोह में नहीं पहुंच सके मुख्य अतिथि
दिल्ली-मेरठ हाईवे का जाम नासूर बन चुका है। अफसरों के तमाम दावे और इंतजाम पूरी तरह खोखले हैं। रविवार के भीषण जाम के बाद सोमवार को हालात और बिगड़ गए। चौधरी चरण सिंह विवि के दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि भी इस कदर जाम में फंसे कि कार्यक्रम खत्म होने के बाद ही पहुंच पाए। उन्होंने तीन बार रूट भी बदला, लेकिन सब बेकार। यह तो एक बानगी है। आम लोगों के साथ यह रोज हो रहा है।
मेरठ : दिल्ली-मेरठ हाईवे का जाम नासूर बन चुका है। अफसरों के तमाम दावे और इंतजाम पूरी तरह खोखले हैं। रविवार के भीषण जाम के बाद सोमवार को हालात और बिगड़ गए। चौधरी चरण सिंह विवि के दीक्षा समारोह के मुख्य अतिथि भी इस कदर जाम में फंसे कि कार्यक्रम खत्म होने के बाद ही पहुंच पाए। उन्होंने तीन बार रूट भी बदला, लेकिन सब बेकार। यह तो एक बानगी है। आम लोगों के साथ यह रोज हो रहा है।
विवि ने सोमवार को आयोजित दीक्षा समारोह में भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के अध्यक्ष प्रोफेसर एसआर भट्ट को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था। जाम में फंसने की वजह से प्रो. भट्ट समारोह में नहीं आ पाए। जाम से उनका पहला सामना राजनगर में ही हुआ, इसके बाद मुरादनगर और फिर मोदीनगर में निकलने को जगह नहीं मिली। करीब डेढ़ घंटे तक जाम में फंसने के बाद कोई हल न निकलता देख मुख्य अतिथि का रूट बदला गया। वे मोदीनगर से वाया हापुड़ होकर मेरठ पहुंचे, लेकिन तब तक समारोह समाप्त हो चुका था। राज्यपाल पूछते रहे, भाषण की अवधि भी बढ़ाई
मुख्य अतिथि के न आने पर राज्यपाल मंच से मुख्य अतिथि के बारे में पूछते रहे। उन्होंने अपने भाषण का समय बढ़ाने का जिक्र भी किया। उन्होंने 35 मिनट से अधिक समय तक संबोधन किया। समारोह खत्म होने पर ग्रुप फोटोग्राफी के दौरान मुख्य अतिथि पहुंचे। विवि के दीक्षा समारोह में यह पहली बार हुआ जब जाम के चलते मुख्य अतिथि समारोह में नहीं रहे। जाम की समस्या के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि यह एक घटना है। बताया गया कि गाजियाबाद में जाम की वजह से दिक्कत रही। केंद्र की सरकार सड़कों के चौड़ीकरण का काम कर रही है।
इस पर गौर करें
रविवार को दिल्ली-मेरठ हाईवे पर भीषण जाम रहा। अधिकारियों ने गणपति मूर्ति विसर्जन की भीड़ का बहाना बनाया। सोमवार को न तो गणपति विसर्जन की भीड़ थी और बारिश में वाहनों का आवागमन भी अपेक्षाकृत कम रहा। इसके बावजूद हाईवे पर जाम टस से मस नहीं हुआ। इनसेट
10 घंटे में दिल्ली से मेरठ
दिल्ली से अपने घर मेरठ आने में मुझे करीब 10 घंटे से अधिक का समय लगा। रविवार को दोपहर एक बजे से दिल्ली से मैं मेरठ के लिए चला था, रात 11 बजे मेरठ पहुंचा। गणेश प्रतिमा विसर्जन होने की वजह से दिल्ली से लेकर मुरादनगर, मोदीनगर तक भयंकर जाम से फंसा रहा। सड़कें भी पूरी तरह से टूटी हुई हैं। ऐसी स्थिति पहले नहीं थी।
प्रो. वीके मल्होत्रा, मेंबर सेक्रेटरी, इंडियन काउंसिल फार सोशल साइंस रिसर्च, नई दिल्ली
---------------- फोटो नं.- 25जीपीजी-2
मोदीनगर-मुरादनगर में वैकल्पिक मार्ग पर भी भीषण जाम
जासं, मोदीनगर : बारिश के चलते जगह-जगह जलभराव होने से मोदीनगर-मुरादनगर में दिल्ली-मेरठ हाईवे पर सोमवार को भी दिनभर जाम लगा रहा। मोदीनगर में चार और मुरादनगर में पांच किलोमीटर से लंबे जाम ने लोगों को रूला दिया। मिनटों का सफर तय करने में घंटों का समय लगा। हाईवे पर वाहनों का दबाव बढ़ा तो वैकल्पिक रास्ते भी जाम की गिरफ्त में आ गए।
मोदीनगर में सुमन सिनेमा के सामने से लेकर कादराबाद तक हाईवे पर वाहनों की दोनों तरफ करीब चार किलोमीटर से भी अधिक लंबी कतारें लगीं थीं। कटों से कुछ लोग विपरीत दिशा में आ गए। इससे सड़क चोक हो गई। सीकरी खुर्द गांव के गेट के सामने से लेकर सोना एंकलेव कॉलोनी के सामने तक एक फिट से भी अधिक पानी भरने से वाहनों की रफ्तार थम गई। यही स्थिति मोदी मंदिर के आसपास व सौंदा कट के निकट भी बनी थी। लोगों को 10 मिनट का सफर तय करने में दो घंटे से भी अधिक का समय लगा। मुरादनगर में मनोटा गांव के सामने से लेकर सैंथली गांव के गेट के सामने तक करीब पांच किलोमीटर तक वाहनों की कतारें लगीं थीं। काइट कॉलेज से लेकर आयुध निर्माणी के गेट के सामने तक सड़क पर जलभराव होने से गढ्ड़े हो गए। कई वाहन पानी में ही बंद हो गए। कीचड़ और दोबारा बारिश ने बढ़ाई मुश्किल
पूर्व में बारिश बंद होने के बाद लोनिवि ने सड़क के अधिकांश गडढे भर दिए थे। करीब डेढ़ सप्ताह तक ट्रैफिक सुचारू रहा। अब दोबारा बारिश से फिर गढ्ड़े बन गए हैं। बारिश के बाद सड़क किनारे कीचड़ हो गई थी। इससे हाईवे पर दोपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। कई दोपहिया वाहन चालक कीचड़ में फिसलकर गिर भी गए।
लोगों की मशक्कत भी बेकार रही
जाम के चलते मेरठ से गाजियाबाद जाने वाले लोग मोहिउद्दीनपुर व निवाड़ी से गंगनहर पटरी मार्ग होकर पाइपलाइन पर पहुंचे। वहीं, गाजियाबाद से आने वालों ने मोरटी, शाहपुर, दुहाई रजवाहे से होकर पाइपलाइन मार्ग के रास्ते गंगनहर पटरी मार्ग पकड़ा। यहां भी जाम झेलना पड़ा। सबसे बुरी स्थिति गंगनहर रेगुलेटर पर देखने को मिली। एक से डेढ़ घंटे तक लोगों को जाम में फंसना पड़ा। इनका कहना है
यातायात को लेकर पुलिस पूरी तरह गंभीर है। बारिश के चलते पुलिस को व्यवस्था बनाने में थोड़ी दिक्कत आ रही है। किसी भी स्थिति में लोगों को परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
-केपी मिश्रा, सीओ,मोदीनगर। मुरादनगर मे आधी से ज्यादा सड़क टूटी हुई है। दिल्ली रोड पर जाम की यह बड़ी वजह है। 50 से 60 पुलिसकर्मी जाम खुलवाने में लगा रहे, लेकिन कुछ वाहन सड़क के टूटे हिस्से में जाकर बंद हो गए या फंस गए। इससे जाम लग गया। सड़क के जल्द निर्माण के संबंध में मैंने कमिश्नर से और कमिश्नर ने शासन में बात की है। सड़क बनने के बाद ही जाम से निजात मिल सकेगी।
-प्रशांत कुमार, एडीजी मेरठ