बच्चों पर टूट पड़ा आवारा आतंक, तीन को काटा, दहशत में लोग
शहर में आवारा कुत्तों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को शहर में कई स्थानों पर आवारा कुत्तों ने बच्चों को अपना शिकार बनाया।
मेरठ। शहर में आवारा कुत्तों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को शहर में कई स्थानों पर आवारा कुत्तों ने बच्चों को अपना शिकार बनाया। परिजन रोते-बिलखते हुए बच्चों को लेकर प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल पहुंचे और रेबीज के इंजेक्शन लगवाए।
जैदी फार्म निवासी 12 वर्षीय मोहम्मद अली को सुबह सड़क पर आवारा कुत्ते ने काट लिया। प्रहलाद नगर के आठ वर्षीय अब्दुल्ला हक को आवारा कुत्ते ने उस वक्त काट लिया जब वह दुकान से सामान लेकर घर आ रहा था। गणेश पुरी की रहने वाली खुशबू को स्कूल जाते समय कुत्ते ने दौड़ाकर काटा। इनके परिजन रेबीज इंजेक्शन लगवाने पीएल शर्मा जिला अस्पताल पहुंचे। परिजन आसमां ने बताया कि प्रहलाद नगर में आवारा कुत्तों का झुंड टहलता है। पूरा मोहल्ला डरा हुआ है। आए दिन कोई न कोई इनका शिकार बन रहा है। खुशबू की मां के आंखों में आंसू थे। वह अनहोनी को लेकर डरी हुई थी। उसने बताया कि आवारा कुत्ते इतने अधिक हो गए हैं कि अब बच्चों का स्कूल जाना भी सुरक्षित नहीं है। कब कहां पर ये कुत्ते दौड़ा लेंगे पता नहीं। इनको पकड़ कर भी कोई नहीं ले जाता। वहीं एक पीड़ित को रेबीज इंजेक्शन लगवाने आए संजय ने बताया कि उनके मोहल्ले में भी कुत्तों का आतंक व्याप्त है। दिन में तो झुंड दिखाई भी देता है। रात को कहां से लपक पड़ेंगे यह कल्पना नहीं की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि गत माह जागृति विहार में एक पार्क में खेलते वक्त एक बच्चे पर कुत्तों ने हमला कर दिया था।
हाईकोर्ट का आदेश, फिर भी लापरवाही
आवारा कुत्तों के आतंक को लेकर हाईकोर्ट ने आदेश जारी किया है। जिसमें आवारा कुत्तों को पकड़कर बधियाकरण कराना है और हमलावर कुत्तों को पकड़कर सुरक्षित स्थान में रखना है। इस आदेश पर अभी तक नगर निगम की कोई ठोस कार्ययोजना नजर नहीं आ रही है। पशुप्रेमी संगठनों की आपत्ति का बहाना बनाया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक पूरे शहर में दो लाख आवारा कुत्ते हैं, साथ ही बीस हजार से ज्यादा कुत्ते लोगों ने घरों में पाल रखे हैं।