Good News: अगर आपका आयुष्मान कार्ड नहीं बना है तो चले आइए जिला अस्पताल
अगर आपका प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड नहीं बना है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है जिला अस्पताल में पहुंच कर आप आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।
मेरठ,जेएनएन। यदि आपका आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आयुष्मान कार्ड नहीं बना है तो परेशान न हो। जिला अस्पताल में पहुंच कर आप आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जिला अस्पताल में दस दिवसीय कैंप बुधवार से शुरू हो गया है।
छह जुलाई तक चलेगा कैंप
कॉमन सर्विस सेंटर के द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने लिए कैंप का शुभारंभ कर दिया गया है। जिला अस्पताल में यह कैंप सुबह आठ बजे से लेकर दो बजे तक छह जुलाई तक आयोजित किया जाएगा। कैंप के पहले दिन 25 लोगों ने अपना पंजीकरण कराया। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत आप किसी भी अस्पताल में पांच लाख रुपये तक का उपचार करा सकते है।
यह पास होना है जरूरी
आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड तथा राशन कार्ड साथ लेकर शिविर में पहुंचे और अपना कार्ड बनवाए। जिन लोगों के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड या आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य सूची में नाम नहीं होगा उनका कार्ड नहीं बन पाएगा। कैंप के पहले अव्यवस्था हावी रहीं। कैंप का आयोजन खुले में कर दिया गया। जिससे कार्ड बनवाने आने वाले लोगों को गर्मी में परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जानिए आयुष्मान योजना के बारे में
भारत सरकार की इस योजना के तहत 10 करोड़ परिवारों का चयन 2011 की जनगणना के आधार पर किए जाने का अनुमान है। आधार नंबर से परिवारों की सूची तैयार की गई है और आपको सुविधा का लाभ मिलेगा। सूची तैयार होने के बाद तब इस योजना का लाभ लेने के लिए किसी
ऐसे पता करें अपनी पात्रता
वर्ष 2011 की जनगणना में गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को इसमें जगह मिलेगी। योजना में आपका नाम है या नहीं यह आप Mera.pm.jay.gov.in पर चेक कर सकते हैं। सबसे पहले आप इस वेबसाइट पर जाए। यहां होम पेज पर एक बॉक्स मिलेगा। इसमें मोबाइल नंबर डाले। उस पर ओटीपी आएगा। इसे डालते ही पता चल जाएगा कि आपका नाम इसमें जुड़ा है या नहीं।
ऐसे भी पता कर सकते हैं
इसके अलावा लोग 14555 पर कॉल कर यह पता कर सकते हैं कि उनका नाम इस योजना में जुड़ा है या नहीं। लोग पास के अस्पतालों में जाकर भी यह पता कर सकते हैं कि उनको इस योजना का लाभ मिलेगा या नहीं।
अस्पताल में इस प्रकार मिलेगा लाभ
मरीज को अस्पताल में भर्ती होने के बाद अपने बीमा दस्तावेज देने होंगे। इसके आधार पर अस्पताल इलाज के खर्च के बारे में बीमा कंपनी को सूचित कर देगा और बीमित व्यक्ति के दस्तावेजों की पुष्टि होते ही इलाज बिना पैसे दिए हो सकेगा। इस योजना के तहत बीमित व्यक्ति सिर्फ सरकारी ही नहीं बल्कि निजी अस्पतालों में भी अपना इलाज करवा सकेगा। निजी अस्पतालों को जोड़ने का काम शुरू हो चुका है। इसका यह लाभ भी मिलेगा कि सरकारी अस्पतालों में अब भीड़ कम होगी। सरकार इस योजना के तहत देशभर में डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर खोलेगी जोकि आवश्यक दवाएं और जांच सेवाएं निःशुल्क मुहैया जाएंगे।
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