सता रहा गणना का भूत, तो वैदिक गणित की लगा लें भभूत Meerut News
चुटकियों में लंबी और जटिल गणनाएं करने वालों को ‘दिमागदार’ का तमगा मिलना पुरानी रीत है। यदि आप भी इस कला में हुनरमंद बनने के ख्वाहिशमंद हैं तो वैदिक गणित इसका सटीक विकल्प है।
By Taruna TayalEdited By: Published: Tue, 03 Sep 2019 05:38 PM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 05:38 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। यूं तो कंप्यूटर के युग में बड़ी गणनाओं को तेजी से करना संभव है लेकिन तारीफ तो तब है जब कोई बिना कंप्यूटर या कैलकुलेटर के बड़ी गणनाएं पलक झपकते कर डाले। चुटकियों में लंबी और जटिल गणनाएं करने वालों को ‘दिमागदार’ का तमगा मिलना पुरानी रीत है। यदि आप भी इस कला में हुनरमंद बनने के ख्वाहिशमंद हैं तो वैदिक गणित इसका सटीक विकल्प है। विद्यार्थियों में बढ़ती वैदिक गणित की रुचि इसकी बानगी है। छोटी कक्षाओं से लेकर उच्च कक्षाओं तक विद्यार्थी इस पुरातन पद्धति के कायल दिखते हैं।
वैदिक गणित में छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स
पिछले साल चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में वैदिक गणित में छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया गया था। इस साल सर्टिफिकेट के साथ वैदिक गणित में डिप्लोमा भी शुरू किया गया है। इसमें छात्रों को रेगुलर और अंशकालिक दोनों तरह से पढ़ने का विकल्प है। विश्वविद्यालय के अलावा सीबीएसई से संचालित कुछ स्कूलों में भी वैदिक गणित शुरू कर दिया गया है। सेंट जोंस सीनियर सेकेंड्री स्कूल ने इस साल छठी कक्षा से वैदिक गणित का पाठ्यक्रम शुरू किया है। वैदिक गणित में अंकगणितीय गणनाएं सरल और सहज होती हैं। इसमें 16 सूत्र दिए गए हैं। मानसिक गणना होने से इसमें छात्र विषय को रटने के बजाय समझने का प्रयास करते हैं।
सीसीएसयू में 30 सीटों पर 300 आवेदन
सीसीएसयू के गणित विभाग में वैदिक गणित में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स संचालित है। पिछले साल आर्मी के अधिकारियों ने भी इसमें प्रवेश लिया था। इस बार डिप्लोमा कोर्स में 30 सीटों पर प्रवेश के लिए 300 से अधिक आवेदन आए। सभी पर प्रवेश हो चुका है। कोर्स के समन्वयक प्रो. शिवराज सिंह ने बताया कि गणित न पढ़ने वाले छात्र भी वैदिक गणित में प्रवेश ले रहे हैं। इसके पढ़ने से गणित का डर निकल रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं में इसकी उपयोगिता देखते हुए छात्र प्रवेश ले रहे हैं। अगले साल परास्नातक में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम में भी वैदिक गणित को शामिल किया जाएगा।
वैदिक गणित में छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स
पिछले साल चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय में वैदिक गणित में छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया गया था। इस साल सर्टिफिकेट के साथ वैदिक गणित में डिप्लोमा भी शुरू किया गया है। इसमें छात्रों को रेगुलर और अंशकालिक दोनों तरह से पढ़ने का विकल्प है। विश्वविद्यालय के अलावा सीबीएसई से संचालित कुछ स्कूलों में भी वैदिक गणित शुरू कर दिया गया है। सेंट जोंस सीनियर सेकेंड्री स्कूल ने इस साल छठी कक्षा से वैदिक गणित का पाठ्यक्रम शुरू किया है। वैदिक गणित में अंकगणितीय गणनाएं सरल और सहज होती हैं। इसमें 16 सूत्र दिए गए हैं। मानसिक गणना होने से इसमें छात्र विषय को रटने के बजाय समझने का प्रयास करते हैं।
सीसीएसयू में 30 सीटों पर 300 आवेदन
सीसीएसयू के गणित विभाग में वैदिक गणित में सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स संचालित है। पिछले साल आर्मी के अधिकारियों ने भी इसमें प्रवेश लिया था। इस बार डिप्लोमा कोर्स में 30 सीटों पर प्रवेश के लिए 300 से अधिक आवेदन आए। सभी पर प्रवेश हो चुका है। कोर्स के समन्वयक प्रो. शिवराज सिंह ने बताया कि गणित न पढ़ने वाले छात्र भी वैदिक गणित में प्रवेश ले रहे हैं। इसके पढ़ने से गणित का डर निकल रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं में इसकी उपयोगिता देखते हुए छात्र प्रवेश ले रहे हैं। अगले साल परास्नातक में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम में भी वैदिक गणित को शामिल किया जाएगा।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें