Move to Jagran APP

क्लर्क के तबादले काे लेकर नगर आयुक्त व स्वास्थ्य अधिकारी में ठनी

मेरठ नगर निगम में क्लर्क के तबादले को लेकर नगर आयुक्त और स्वास्थ्य अधिकारी के बीच विवाद पैदा हो गया है। स्वास्थ्य अधिकारी क्लर्क का तबादला नहीं कराने पर अडिग हैं।

By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 01:55 PM (IST)Updated: Wed, 13 Feb 2019 01:55 PM (IST)
क्लर्क के तबादले काे लेकर नगर आयुक्त व स्वास्थ्य अधिकारी में ठनी
क्लर्क के तबादले काे लेकर नगर आयुक्त व स्वास्थ्य अधिकारी में ठनी
मेरठ,जेएनएन। नगर निगम में स्वास्थ्य विभाग के क्लर्क के स्थानांतरण को लेकर नगर आयुक्त और नगर स्वास्थ्य अधिकारी आमने-सामने आ गए हैं। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि इस क्लर्क के बिना स्वास्थ्य विभाग का कार्य संभव नहीं है। जबकि नगर आयुक्त ने प्रशासनिक दृष्टिकोण से स्थानांतरण नगर निगम के हित में किया है।
तबादला गृहकर मुख्यालय जोन में
मंगलवार को नगर आयुक्त मनोज चौहान ने स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से तैनात क्लर्क राजेश कुमार का स्थानांतरण तत्काल प्रभाव से गृहकर मुख्यालय जोन में कर दिया। आदेश जारी किया कि क्लर्क राजेश कुमार तत्काल स्वच्छ भारत मिशन संबंधी समस्त अभिलेख क्लर्क सुजीत कुमार को और अधिष्ठान संबंधी समस्त अभिलेख क्लर्क संदीप को सौंपते हुए प्रभारी गृहकर मुख्यालय जोन को अपनी आख्या प्रस्तुत करें।
आदेश पहुंचते ही मचा हड़कंप
यह आदेश नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में पहुंचते ही हड़कंप मच गया। इस आदेश के तत्काल बाद क्लर्क के पक्ष में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.गजेंद्र सिंह ने नगर आयुक्त को पत्र लिख कर आदेश पर विचार करने की बात कही। पत्र में लिखा है कि क्लर्क राजेश कुमार स्वास्थ्य विभाग के सभी कार्यो को निर्वाहन बड़ी मेहनत से करता है। स्वच्छ भारत मिशन,शासन से संबंधित महत्वपूर्ण कार्य,स्वच्छता मित्रों का वेतन संबंधी कार्य क्लर्क राजेश के द्वारा किया जा रहा है। स्थानांतरण से स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हो जाएंगे।
इस वजह से किया गया है तबादला
स्वास्थ्य विभाग के क्लर्क राजेश कुमार के स्थानांतरण की मुख्य वजह बायोमैट्रिक मशीनों को गायब होना है। दरअसल, 30 बायोमैट्रिक मशीने गायब हो गई हैं। जिससे सफाई कर्मचारियों के बायोमैट्रिक हस्ताक्षर नहीं हो सके। जिसके चलते बोर्ड बैठक में 12 हजार वेतन देने के पास प्रस्ताव पर अमल नहीं हो पाया है। आरोप यह भी है कि क्लर्क ने बायोमैट्रिक मशीनों के गायब होने की सूचना भी नगर आयुक्त को नहीं दी थी। साथ ही नवंबर में रखे गए आउटसोर्स सफाई कर्मचारियों के वेतन बनाने में भी गड़बड़ी की शिकायत की गई है।
इनका कहना है
स्वास्थ्य विभाग के क्लर्क का स्थानांतरण किया गया है। बायोमैट्रिक मशीनों के गायब होने और आउटसोर्स कर्मचारियों के वेतन बनाने में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। जिसकी वजह से स्थानांतरण किया गया है।
-अमित सिंह, अपर नगरायुक्त 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.