32 प्रकार के जैविक खाद्य उत्पाद से बनाई अलग पहचान
हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अभियान चलाते हुए कई किसानों ने पूरी तरह से जैविक खेती को अपना लिया है।
मेरठ, जेएनएन। हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अभियान चलाते हुए कई किसानों ने पूरी तरह से जैविक खेती को अपना लिया है। रोहटा रोड स्थित ग्राम अरनावली के किसान मनीष भारती बीस एकड़ में दस प्रकार के फलों समेत 32 प्रकार के खाद्य उत्पाद तैयार करते हैं। खास बात यह है कि वह किसी भी पेस्टीसाइड का इस्तेमाल नहीं करते। इससे बाजार में उन्हें खाद्य उत्पादों के दोगुने दाम भी मिलते हैं। मनीष ने बीकाम के बाद मार्केटिग और फारेन ट्रेड से एमबीए किया था। नौकरी में मन नहीं लगा तो कृषि में हाथ आजमाने की ठान ली। मनीष भारती ने खेती-किसानी में ऐसा कर दिखाया कि कई राज्यों के किसान उनसे जैविक खेती का पाठ पढ़ते हैं। वह जैविक खेती के क्षेत्र में मेरठ की पहचान बन चुके हैं। वह दलहन तिलहन से लेकर शाक-सब्जियां व फलों की शानदार खेती करते हैं।
जैविक खेती से उत्पादित खाद्य पदार्थ ही सर्वोत्तम
मनीष भारती कहते हैं कि उर्वरक व रसायनों ने खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता खत्म कर उन्हें जहरीला बना दिया है। उनका मानना है कि यदि हमें अपना शरीर स्वस्थ रखना है तो हमें जैविक खेती को अपनाना होगा। हमारे खानपान का सीधा प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है।
मेरठ के व्यापारियों ने महाराष्ट्र में दिलाई शपथ
आल इंडिया टेंट डीलर वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष विपुल सिघल व वाइस चेयरमैन नवीन अग्रवाल ने गुरुवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में आल महाराष्ट्र टेंट डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के नवनियुक्त पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। विपुल व नवीन के साथ दिल्ली से एसोसिएशन के चेयरमैन अनिल आजाद भी महाराष्ट्र पहुंचे थे। अध्यक्ष विपुल सिघल ने बताया कि महाराष्ट्र के एसोसिएशन की यह तीसरी वार्षिक सभा थी, जिसमें दशा एवं दिशा चर्चा सत्र का आयोजन भी हुआ। इसके बाद नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष रामकिशन पुरोहित, प्रभारी विजय सिंह, सागर चौहान, उत्तम राव गादरे, महावीर ओस्तवाल, संजय शर्मा, दामोदर पांडेय, मोहम्मद अनवरुद्दीन, गोविद शुक्ला, आशीष नेरलकर व विजय शिदे और उनकी टीम को शपथ ग्रहण दिलाई गई, जिसमें सभी को शपथ ग्रहण कराई गई। कार्यक्रम में एमएसएमई के पंजीकरण, जीएसटी आदि के बारे में चर्चा की गई। कार्यक्रम में 25 जिलों से लगभग 100 पदाधिकारी शामिल हुए।