Dengue in Meerut: डेंगू से मुकाबले के लिए गांवों में अभियान शुरू, सर्वे में बुखार के मिले 430 मरीज
बीमारियों पर ब्रेक लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की घर-घर बुखार समेत अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों की खोज जारी है। चौथे दिन 1332 टीमों ने 72033 घरों का दौरा किया जिसमें 430 मरीजों में बुखार मिला है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। बीमारियों पर ब्रेक लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की घर-घर बुखार समेत अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों की खोज जारी है। चौथे दिन 1332 टीमों ने 72033 घरों का दौरा किया, जिसमें 430 मरीजों में बुखार मिला है।
मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि इसमें 142 में बुखार के साथ सर्दी-जुकाम मिला। 35 मरीज ऐसे मिले जिन्हें दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आ रही है। इन मरीजों की टीबी की जांच की जा सकती है। 10 में खांसी के साथ बलगम में खून आ रहा है। चार को ठंड लगने के साथ ही बुखार आया, इनकी मलेरिया की जांच कराई जा सकती है। चिकित्सक इसे मलेरिया का लक्षण मानकर चल रहे हैं। 10 में बुखार के साथ पेट दर्द व उल्टी की शिकायत मिली और चार को बुखार के साथ आस्था से जुड़ी समस्याएं मिलीं। इसके अलावा टीमों को सर्वे के दौरान 857 गर्भवती व 2462 दो वर्ष के बच्चे ऐसे मिले, जिन्हें नियमित टीकाकरण के तहत टीका लगाया जाना है। 45 वर्ष से अधिक आयु के 11989 लोग ऐसे मिले, जिन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव की एक भी डोज नहीं ली है। सर्वे में मिल रहे मरीजों की डेंगू, मलेरिया, टीबी आदि जांचें कराई जाएंगी।
कुराली गांव पहुंचे सीडीओ डेंगू मरीजों का जाना हाल
डेंगू व अन्य रोगियों की संख्या बढ़ने से रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में विशेष अभियान शुरू कराया जा रहा है। शुक्रवार को सीडीओ स्वयं जानी खुर्द ब्लाक क्षेत्र के गांव कुराली पहुंचे और यहां चार डेंगू से पीड़ित ग्रामीणों का हाल जाना। ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू व अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने को लेकर जिले के प्रभारी व ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को विशेष अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया था। इसलिए सीडीओ शशांक चौधरी गांवों की स्थिति जांचने के लिए निकले। सीडीओ ने जानी खुर्द के गांव कुराली निवासी चार डेंगू पीड़ित रोगियों के घर पहुंचकर उनका हालचाल जाना। सभी मरीजों की स्थिति बेहतर मिली। साथ ही गांव में एंटी लार्वा स्प्रे कराने क साथ साफ-सफाई करने के लिए भी निर्देशित किया। सीडीओ ने बताया कि गांव-गांव ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान और स्वास्थ्य विभाग की टीम को लगाकर दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।