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Protest Against Agricultural Law: मेरठ सहित कई जिलों में कृषि कानून के विरोध में भाकियू का प्रदर्शन, जलाईं बिल की प्रतियां

नए कृषि कानून के विरोध में शनिवार को मेरठ और सहारनपुर मंडल के जिलों में भाकियू कार्यकर्ताओं ने बिल की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया और इस संबंध में अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा गया। कई स्‍थानों पर कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Sat, 05 Jun 2021 01:20 PM (IST)Updated: Sat, 05 Jun 2021 06:15 PM (IST)
कई स्‍थानों पर शनिवार को भाकियू नए कृषि कानून का विरोध कर रही है।

मेरठ, जेएनएन। Protest Against Agricultural Law केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के विरोध में शनिवार को मेरठ और सहारनपुर मंडल के जिलों में भाकियू कार्यकर्ताओं ने बिल की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया और इस संबंध में अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा गया। मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, बागपत और सहारनपुर में भारतीय किसान यूनियन क कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। 

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मेरठ में कई स्‍थानों पर प्रदर्शन

पांच जून को कृषि कानूनों के लागू हुए एक वर्ष पूरा होने पर भारतीय किसान यूनियन ने शनिवार को जिले में कई जगह विरोध-प्रदर्शन किया। भाकियू पदाधिकारियों ने पर्यावरण दिवस का हवाला देकर कलक्ट्रेट पर कृषि कानून की प्रति फाडी तो वहीं मवाना तहसील और सिवाया टोल पर प्रति जलाकर विरोध जताया। कलक्ट्रेट पर भाकियू ने प्रधानमंत्री के नाम सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कलक्ट्रेट पर कई थानों की पुलिस फोर्स मौजूद रही। भारतीय किसान यूनियन ने जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ईकडी के नेतृत्व में भाकियू पदाधिकारी कलक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने कहा कि एक साल पूरा होने पर वह कृषि कानूनों की प्रति जलाने की बजाय फाड़कर विरोध दर्ज करेंगे। इस दौरान भाकियू के विरोध प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया और डीएम कार्यालय को पुलिस फोर्स लगाकर छावनी में तब्दील कर दिया।

कई थानों की पुलिस फोर्स

सीओ के साथ सदर बाजार, सिविल लाइन, ब्रहमपुरी समेत कई थानों की पुलिस फोर्स लगा दी गई। एसडीएम सदर पर एक मामले में गलत तरीके से जेल भेजने का आरोप लगाते हुए भाकियू कार्यकर्ता विनोद जटौली ने जमकर हंगामा किया। बाद में सिटी मजिस्ट्रेट सतेंद्र कुमार सिंह ने आश्वासन देकर शांत किया। भाकियू पदाधिकारियों ने पर्यावरण दिवस का हवाला देकर कृषि कानूनों की प्रति को पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के सामने फाड दी। बाद में भाकियू पदाधिकारियों ने जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ईकडी के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट को प्रधानमंत्री के नाम सात सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। विनोद जटौली, बबलू जटौली, राजकुमार करनावल, रवींद्र दौरालिया आदि मौजूद रहे। उधर, मवाना तहसील पर नरेश चौधरी के नेतृत्व में कृषि कानूनों की प्रति जलाई गई। सिवाया टोल पर भी भाकियू कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों की प्रति जलाकर विरोध दर्ज कराया।

जलाईं गई प्रतियां

शामली में कृषि कानून के विरोध में भाकियू के कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर बिलों की प्रतियां जलाई। इसके बाद यहां से पूरा अमला शाहजहांपुर धरना स्थल के लिए रवाना हो गया। जिले में किसानों ने किसान बिल के खिलाफ कलक्ट्रेट में किया प्रदर्शन, भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसान बिल की जलाई प्रतियां, नारेबाजी करते हुए कानून रद करने की उठाई मांग। बकाया गन्ना भुगतान व बिजली समस्या के समाधान को लेकर की गई पुरजोर वकालत। किसान यूनियन व भाकियू ने सौंपा एडीएम को ज्ञापन। वहीं मवाना में भाकियू पदाधिकारियों ने तहसील पहुंचकर कृषि कानून वापसी की मांग कर प्रतिलिपियां जलाईं।

सीएम को किया जाएगा ट्वीट

राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन पदाधिकारी शनिवार को कृषि कानून वापस लेने व एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी दिए जाने की मांग को लेकर शनिवार शाम चार बजे मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री को ट्वीट करेंगे। यह जानकारी देते हुए संगठन के मंडल अध्यक्ष चौ. रामवीर सिंह ने बताया कि संगठन द्वारा धरने-प्रदर्शन के माध्यम से अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे जा चुके हैं, लेकिन सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है। कोरोना काल के चलते धरना-प्रदर्शन के बजाय संगठन हाईकमान के निर्देशानुसार उपरोक्त दोनों मुद्दों को लेकर ट्वीट करेंगे। कृषि कानून वापस लेने समेत किसानों की कई समस्याओं को लेकर किसान मजदूर संगठन के पदाधिकारी शनिवार को तहसील में एसडीएम को ज्ञापन देंगे। यह जानकारी संगठन अध्यक्ष विनोद ने दी।

शामली में किसानों ने जलाई कृषि बिल की प्रतियां, नारेबाजी कर किया प्रदर्शन

शामली में कृषि बिल व बकाया गन्ना भुगतान न होने के विरोध में किसानों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। भाकियू जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने कृष बिल के विरोध में जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि कृषि बिल किसान विरोध है। इसमें किसानों के हितों की अनदेखी की गई है। इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष व किसानों ने किसान बिलों की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया। किसानों ने कहा कि जिला शामली में किसानों के बकाया गन्ना भुगतान की बुरी स्थिति है। बिजली के बिलों में मनमानी हो रही है। किसानों के बिल बढ़कर आ रहे है। किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। बच्चों की शिक्षा, शादियों और परवरिश को लेकर मुश्किलें सामने है, लेकिन सरकार को इसकी जरा भी परवाह नहीं है। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

बागपत में भी विरोध

बागपत में कृषि अध्यादेश को एक साल पूरा होने पर विभिन्न स्थानों पर किसानों ने विरोध जताया। भाकियू ने कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कृषि तीनों कृषि कानूनों की छाया प्रतियों को फाड़कर फेंकी। पर्यावरण दिवस होने के कारण कृषि कानूनों की प्रतियों को जलाने के बजाय फाड़कर विरोध जताया है। शनिवार की दोपहर कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन और कृषि कानूनों की प्रतियों को फाड़ने के बाद धरना दिय है। भाकियू जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर ने कहा कि तीनो़ कृषि कानून किसान विरोधी हैं। तीनों कानून रद होने तक आंदोलन चलेगा।

आंदोलन को किया जाएगा तेज

अब आंदोलन को और तेज करेंगे। किसानों को गन्ना भुगतान तक नहीं मिल रहा है। किसानों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डिप्टी कलक्टर रामनयन सिंह को दिया जिसमें कृषि कानून रद करने की मांग की है। भाकियू नेता उपेंद्र तोमर, भाकियू प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष चौ. हिम्मत सिंह और इंद्रपाल सिंह आदि किसान मौजूद रहे हैं। वहीं किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनु मलिक के नेतृत्व में किसानों ने बागपत तहसील पर प्रदर्शन कर तीनों कृषि कानून रद करने तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने की मांग कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम अनुभव सिंह को दिया। विनोद कुमार, रवि कुमार, अवध प्रताप, मासूम अली व पीके राणा आदि किसान मौजूद रहे। खेकड़ा तहसील में रालोद कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को देकर कृषि कानून रद करने की मांग की है। वहीं पुलिस-प्रशासन किसानों के विरोध जताने को लेकर सतर्क रहा।

मुजफ्फरनगर में दिया धरना

मुजफ्फरनगर में अपनी मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम सदर के कार्यालय पर प्रतियां फुकीं और उसके बाद डीएम कार्यालय की ओर चल दिये। मीनाक्षी चौक पर भाजपा कार्यकर्ताओं को डीएम कार्यालय जाने से रोकते हुए पुलिस की झड़प भी हो गई उसके बाद कार्यकर्ता आर्य समाज रोड होते हुए महावीर चौक पहुंचे जहां वे सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। यहां पर काफी देर तक अफरातफरी के हालात बने रहे।


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