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Delhi Meerut Rapid Rail: रैपिड रेल के साथ मेट्रो स्‍टेशन का निर्माण भी शुरू, जानें अभी कहां-कहां बचा है कार्य

Delhi Meerut Rapid Rail रीजनल रैपिड रेल कारिडोर के अंतर्गत निर्माण कार्य अपनी रफ्तार पर है। कई स्टेशनों का निर्माण कार्य जारी है। इसके अलावा पिलर ओर गार्डर रखने का काम भी कई जगहों पर जारी है। इसके साथ ही मेंट्रो स्‍टेशन का निर्माण भी जारी है।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 02:25 PM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 03:53 PM (IST)
Delhi Meerut Rapid Rail: रैपिड रेल के साथ मेट्रो स्‍टेशन का निर्माण भी शुरू, जानें अभी कहां-कहां बचा है कार्य
रैपिड रेल के साथ मेट्रो स्‍टेशन का निर्माण भी शुरू।

जागरण संवाददाता, मेरठ। रीजनल रैपिड रेल कारिडोर के अंतर्गत निर्माण कार्य अपनी रफ्तार पर है। कई स्टेशनों का निर्माण कार्य जारी है। इसके अलावा पिलर ओर गार्डर रखने का काम भी कई जगहों पर जारी है। इसके साथ ही मेंट्रो स्‍टेशन का निर्माण भी जारी है। इसी के अंतर्गत अब ब्रह्मपुरी स्टेशन का भी निर्माण बुधवार से शुरू हो गया। फाउंडेशन तैयार करने वाली मशीन ने खोदाई शुरू कर दी। यह स्टेशन ट्रांसपोर्टनगर गेट व नवीन सब्जी मंडी के बीच में मैनकाइंड फार्मा के भवन के ठीक सामने बनेगा। यह स्टेशन एलिवेटेड होगा। इसका उपयोग सिर्फ मेरठ मेट्रो के लिए होगा। यहां पर रैपिड रेल नहीं रुकेगी।

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इन स्टेशनों का चल रहा निर्माण : भूड़बराल यानी मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, दैनिक जागरण चौराहा यानी शताब्दीनगर, ब्रह्मपुरी, फुटबाल चौराहा यानी मेरठ सेंट्रल, भैंसाली व बेगमपुल। बेगमपुल के बाद के स्टेशनों का कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है। वहां एमईएस, डोरली, मेरठ नार्थ व मोदीपुरम स्टेशन बनेंगे।

पहले एलिवेटेड कारिडोर पर चल जाएगी रैपिड रेल

रैपिड रेल सबसे पहले एलिवेटेड कारिडोर पर संचालित कर दी जाएगी। पहले फेज में साहिबाबाद से दुहाई तक रेल संचालित होगी। फिर न्यू अशोक नगर से दुहाई होते हुए शताब्दीनगर तक रैपिड रेल चलेगी। दुहाई से साहिबाबाद के बीच रैपिड रेल को संचालित करने का नया लक्ष्य दिसंबर 2022 है।

हस्तिनापुर वन्य जीव विहार में प्रबंधन प्रणाली को परखा: हस्तिनापुर के संरक्षित वन्य जीव विहार में प्रबंधन प्रणाली को परखने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रलय द्वारा गठित टीम ने हस्तिनापुर का दौरा किया। टीम ने यहां मंगलवार व बुधवार को वन्य जीवन के संरक्षण व संवर्धन को देखा। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रलय ने देश के राष्ट्रीय उद्यान, संरक्षित वन्य जीव अभ्यारण्यों व संरक्षित वन्य क्षेत्रों की प्रबंधन प्रणाली के मूल्यांकन के प्रयास तेज किए हैं। इसी को लेकर मंत्रलय द्वारा गठित एक दल ने हस्तिनापुर के वन्य जीव विहार से दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम की शुरुआत की। मंत्रलय द्वारा गठित टीम में तीन विशेषज्ञ रहे। डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि सीसीएसयू में छात्रों के साथ जागरूकता संगोष्ठी की गई। 


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