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Delhi Meerut Rapid Rail: गुजरात की फैक्ट्री से आने वाली पहली रैपिड ट्रेन के लिए ट्रैक तैयार

Delhi Meerut Rapid Rail गुजरात की सावली में स्‍थित फैक्ट्री में बनकर पहली रैपिड ट्रेन गाजियाबाद स्थित दुहाई डिपो पहुंचेंगी। दुहाई डिपो में इसके लिए तैयारी चल रही है। ट्रैक बनकर तैयार हो चुके हैं। आरआरटीएस ट्रेनों को आपरेशनल करने से पहले इसकी कई प्रकार की टेस्टिंग होती है।

By Parveen VashishtaEdited By: Published: Sat, 28 May 2022 07:00 PM (IST)Updated: Sat, 28 May 2022 07:00 PM (IST)
Delhi Meerut Rapid Rail: गुजरात की फैक्ट्री से आने वाली पहली रैपिड ट्रेन के लिए ट्रैक तैयार
गुजरात की फैक्ट्री से आने वाली पहली रैपिड ट्रेन के लिए दुहाई डिपो में ट्रैक तैयार

मेरठ, जागरण संवाददाता। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कारिडोर के प्राथमिक खंड पर मार्च 2023 तक देश की पहली रैपिड ट्रेन चलने लगेगी। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए एनसीआरटीएस तेजी से कार्य कर रहा है। बहुत जल्द पहली रैपिड ट्रेन गुजरात के सावली से गाजियाबाद स्थित दुहाई डिपो पहुंचेंगी। दुहाई डिपो में इनके लिए ट्रैक बनकर तैयार हो चुके हैं और ट्रेन की टेस्टिंग के लिए भी पूरी तैयारी है। संचालन के लिए दुहाई डिपो में ही प्रशासनिक भवन पहले ही बन चुका है।

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17 किमी लंबे हैं ये डिपो

17 किमी लंबे प्राथमिक खंड में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई रैपिड रेल स्टेशन और दुहाई डिपो हैं। आरआरटीएस ट्रेनों के लिए दुहाई डिपो में 11 स्टेबलिंग लाइन, दो वर्कशाप लाइन, तीन इंटरनल-बे लाइन (आईबीएल) और एक हेवी इंटरनल क्लीनिंग (एचईसी) लाइन बनाई जा रही हैं, जिनमें एक वर्कशाप और एक आईबीएल लाइन का निर्माण अंतिम चरण में हैं जबकि बाकी लाइनों का निर्माण पूरा हो चुका है। स्टेबलिंग लाइनों का प्रयोग ट्रेनों के खड़ा करने के लिए किया जाता है। वर्कशाप लाइनों पर ट्रेनों के रख रखाव और  तकनीकी खराबियों को ठीक किया जाता है। आईबीएल लाइनें ट्रेनों की टेस्टिंग के लिए बनाई जाती हैं और हेवी इंटरनल क्लीनिंग लाइन पर ट्रेनों के भीतर की सफाई की जाती है।

ट्रेनों की कई प्रकार की होती है टेस्टिंग

आरआरटीएस ट्रेनों को जनता के लिए आपरेशनल करने से पहले इसकी कई प्रकार की टेस्टिंग की जाती है। साथ ही सिग्नलिंग, रोलिंग स्टाक और सतत विद्युत सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए इसे कई प्रक्रियाओं द्वारा जांचा-परखा जाता है। सभी प्रक्रियाओं की सफल टेस्टिंग के बाद प्री-आपरेशनल ट्रायल होता है जिसमें सफल होने के बाद ही ट्रेन को यात्रियों के लिए आपरेशनल किया जाता है। दुहाई डिपो में ट्रेनों के लिए रूफ शेड लगाने, अंडरपास और बाउंड्री वाल के निर्माण समेत अन्य कई कार्य तेजी से चल रहे हैं। इसके साथ ही ट्रेनों के लिए विद्युत आपूर्ति के लिए ओएचई लगाने का काम जल्द शुरू होने वाला है। डिपो में ओएचई लगाने के लिए पोल और केंटीलिवर लगाए जा चुके हैं। जल्द ही पूरा डिपो ट्रेनों के संचालन के लिए तैयार हो जाएगा।

ट्रैक बिछाने और ओएचई लगाने का कार्य प्रगति पर

आरआरटीएस स्टेशन को दुहाई डिपो से जोड़ने वाले वायाडक्ट का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। इस वायाडक्ट के पूरा होने के साथ ही ट्रेनों के लिए डिपो से बाहर निकलने के लिए लाइन तैयार हो जाएगी। वहीं प्रायोरिटी सेक्शन पर ट्रैक बिछाने और ओएचई लगाने का कार्य भी प्रगति पर है। 


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