Move to Jagran APP

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे : चिपियाना में 20 को खुल जाएगा रेलवे ओवरब्रिज, वाहन चालकों को मिलेगी राहत

चिपियाना में एक्सप्रेस-वे के आरओबी पर चल रहा है तेजी से काम। छह लेन का है दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का आरओबी। चिपियाना आरओबी के खुल जाने से वाहन चालकों को काफी राहत मिलेगी। वर्तमान में डासना से दिल्ली की तरफ जाने वाली दिशा में आठ लेन पर आवागमन हो रहा है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Fri, 17 Dec 2021 07:18 AM (IST)Updated: Fri, 17 Dec 2021 07:18 AM (IST)
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे : चिपियाना में 20 को खुल जाएगा रेलवे ओवरब्रिज, वाहन चालकों को मिलेगी राहत
कुल 16 लेन का आरओबी चिपियाना में है निर्माणाधीन।

मेरठ, जागरण संवाददाता। चार दिन में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का रेलवे ओवरब्रिज यानी आरओबी खुल जाएगा। वर्तमान में एक्सप्रेस-वे का आरओबी निर्माणाधीन है जिसकी वजह से आवागमन हाईवे की तरफ के आरओबी से हो रहा है। आरओबी के खुल जाने से वाहन चालकों को काफी राहत मिलेगी।

loksabha election banner

16 लेन का आरओबी

डासना से यूपी गेट के बीच चिपियाना में 16 लेन का आरओबी निर्माणाधीन है। इसमें बीच में छह लेन दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की हैं, जबकि दोनों ओर बाकी सभी लेन हाईवे के लिए हैं। वर्तमान में डासना से दिल्ली की तरफ जाने वाली दिशा में आठ लेन पर आवागमन हो रहा है। इसी आठ लेन पर दोनों तरफ के हाईवे व एक्सप्रेस-वे के वाहनों का दबाव है। लेकिन 20 दिसंबर को चार लेन और खोलकर एक्सप्रेस-वे के लिए छह लेन कर दिया जाएगा। इस तरह से वहां पर हो जाएंगी कुल 12 लेन। छह लेन एक्सप्रेस-वे के लिए काम आएंगी और छह लेन हाईवे के लिए। मार्च में जब चार लेन का एक और आरओबी तैयार हो जाएगा। तक कुल 16 लेन का एक्सप्रेस-वे हो जाएगा।

इस तरह होगा लेन का बंटवारा

- डासना से दिल्ली की तरफ जाने की दिशा में हाईवे के लिए : चार लेन

- डासना से दिल्ली की तरफ जाने की दिशा में एक्सप्रेस-वे के लिए : तीन लेन

- दिल्ली से डासना की तरफ आने की दिशा में एक्सप्रेस-वे के लिए : तीन लेन

- दिल्ली से डासना की तरफ आने की दिशा में हाईवे के लिए : दो लेन

एक्सप्रेस-वे पर अभी टोल नहीं कट रहा

मेरठ : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर फिलहाल टोल नहीं काटा जा रहा है। वाहन निश्शुल्क आ-जा रहे हैं। ट्रायल प्रक्रिया के तहत बूम बैरियर से वाहनों को रोका जा रहा है और गाड़ी का नंबर दर्ज किया जा रहा है। साथ ही उनसे यह पूछा जा रहा है कि वह कहां से चढ़े हैं। यह सब टोल काटने वाली कंपनी अपने साफ्टवेयर, उपकरणों व कर्मचारियों के ट्रायल के लिए कर रही है। अभी कुछ बूथों पर आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरे का एंगल ठीक नहीं था, जिसे दुरुस्त किया जा रहा है।

शून्य शुल्क लेने की प्रक्रिया

अभी बूथ पर बैठे कर्मियों को वाहनों के प्रवेश व निकास का स्थान पता नहीं चल पा रहा है, इसलिए वे वाहन चालकों से प्रवेश का स्थान पूछ रहे हैं। एक-दो दिन में जब आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर वाहनों के नंबर स्कैन करके बूथों में लगे कंप्यूटर को भेजना शुरू कर देगा और प्रवेश व निकास की स्थिति का पता चलने लगेगा, तब शून्य शुल्क लेने की प्रक्रिया शुरू होगी। फास्टैग स्कैन होने पर शून्य टोल कटने का मैसेज आएगा। यह सब प्रक्रिया 23 दिसंबर को लोकार्पण से पहले विधिवत तरीके से कर ली जाएगी, क्योंकि उससे कुछ दिन पहले या फिर उसी दिन टोल लेने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.