बेटी का कत्ल कर बिटौड़े में फूंका शव
शादीशुदा बेटी की हरकतों से नाराज टिमकिया गांव में एक व्यक्ति ने बेटे के साथ मिलकर बेटी का कत्ल कर दिया।
संसू, जानी खुर्द : शादीशुदा बेटी की हरकतों से नाराज टिमकिया गांव में एक व्यक्ति ने बेटे के साथ मिलकर बेटी का कत्ल कर दिया। इसके बाद गुरुवार रात शव बिटौड़े में फूंक दिया। शुक्रवार सुबह पुलिस ने शव के अवशेष फोरेंसिक जांच के लिए भेजे। दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह बिटौड़े में शव जलाने की सूचना पर वह गांव टिमकिया में पहुंचे। बिटौड़ा मालिक चमन सिंह से पूछताछ की गई तो उसने सनसनीखेज राजफाश किया। चमन सिंह ने बताया कि उसने अपने बेटे सूरज के साथ मिलकर अपनी 22 वर्षीय बेटी शालू की गुरुवार देर रात साढ़े 11 बजे गला दबाकर हत्या कर दी और शव को बिटौड़े में फूंक दिया। पांच साल पहले शालू की शादी इंचौली थानाक्षेत्र के गांव खेड़ी निवासी युवक से हुई थी। व्यवहार ठीक नहीं होने के कारण पति ने शालू को चार साल पहले छोड़ दिया। मायके में भी उसके व्यवहार में कोई सुधार नहीं हुआ। पिता ने उसे बागपत जिले के गांव फतेहपुर पुट्ठी में मामा के घर भेज दिया। यहां भी उसकी हरकतें नहीं रुकीं। चौकीदार राजकुमार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। पिता और भाई को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दुर्गध आने पर शव जलने का आभास हुआ
सुबह खेतों पर जा रहे ग्रामीणों ने बिटौड़े में आग लगी देखी। पहले तो ग्रामीणों में आग लगने की चर्चा होती रही। जब ग्रामीणों को दुर्गध आई तो पुलिस को सूचना दी गई। हत्या का कोई अफसोस नहीं, बदनामी से तो जेल ठीक
संवाद सूत्र, जानी खुर्द : शालू की हत्या करने वाले पिता चमन सिंह और उसके भाई सूरज को कोई अफसोस नहीं है। उन्हें दुख भी नहीं है। दोनों का कहना है कि गांव में जो उनकी बदनामी हो रही थी। उससे अच्छी तो जेल हैं। भाई सूरज का कहना है कि उसके दोस्त उसकी मजाक लेते थे और शालू के बारे में भला बुरा बोलते थे। वह बदनामी के कारण अपने घर से भी नहीं निकल पा रहा था।
शुरू में इन्कार, बाद में कबूली वारदात
पुलिस को गांव से ही पता चला कि चमन सिंह का बिटौड़ा है और उसकी बेटी भी घर पर नहीं है। पुलिस ने चमन सिंह के घर पहुंचकर बेटी के बारे में पूछा तो बताया गया कि वह मामा के घर पर है। मामा का फोन नंबर लेकर पुलिस ने पता किया तो पता चला कि चमन सिंह उसे ले गया था। इसके बाद चमन से सख्ती से पूछा गया तो उसने पूरे घटनाक्रम का राजफाश कर दिया।
मां और अन्य परिजनों ने साधी चुप्पी
चमन व सूरज ने तो इस वारदात को अंजाम दे दिया और कबूल भी कर लिया। वहीं, चमन का बाकी परिवार इस वारदात पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। उसके भाई, पत्नी आदि परिवार के सभी लोग चुप हैं। पुलिस परिवार के अन्य लोगों से भी पूछताछ कर सकती है।
वारदात में कोई और तो शामिल नहीं
एसपी देहात राजेश कुमार ने बताया कि इस घटना में कोई और तो शामिल नहीं है। इसकी भी जांच की जा रही है। हालांकि चमन और उसके बेटे सूरज का कहना है कि उन्होंने ही शालू की हत्या की है। इस हत्या में कोई और शामिल नहीं है।
गांव में तरह-तरह की चर्चा
गांव टिमकिया में शालू की हत्या को लेकर तरह तरह की चर्चाएं हैं। चमन और सूरज को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि वह ऐसे नहीं थे। पता नहीं उन दोनों ने इस तरह का कदम क्यों उठाया। दोनों मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं।