Cyber Crime: साथी को पैसे ट्रांसफर करना पड़ा भारी, लिपिक से 1.34 लाख रुपये की ठगी Bulandshahar News
लिपिक बागपत जिले के गांव गांगनौली का रहने वाला है। गू्गल- पे से साथी को पैसा भेजा और इधर साइबर अपराधियों ने धोखे से खाते से एक लाख 34 हजार की ठगी कर डाली।
बुलंदशहर, जेएनएन। जिला न्यायालय में लिपिक के पद पर कार्यरत एक युवक के खाते से साइबर ठगों ने 1.34 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपितों ने गूगल-पे पर जो पैसा कटा था, उसे वापस दिलाने का झांसा देकर खाते से संबंधित जानकारी ली और रकम खाते से कटती गई। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
मूल रूप से बागपत जिले के बड़ौत थानाक्षेत्र के गांव गांगनौली निवासी गौरव कुमार पुत्र सतेंद्र कुमार जिला न्यायालय में लिपिक के पद पर हैं। उन्होंने बताया कि सात जुलाई को उसने अपने एक जानकार के खाते में गूगल-पे एप से 10 हजार रुपये ट्रांसफर किए। खाते से पैसे कट गए, लेकिन साथी के एकाउंट में नहीं गए। जिसके बाद उसने सोचा की 24 घंटे के अंदर वापस आ जाएंगे, लेकिन नहीं आए। दो दिन के बाद उसने गूगल-पे के एक अधिकारी का फोन नंबर लिया और उसे शिकायत दर्ज कराई। इस अधिकारी ने एक खाता नंबर दिया और कहा कि जल्द ही उनके पैसे वापस आ जाएंगे। साथ ही लिपिक के खाते की जानकारी भी हासिल कर ली। आरोपित ने लिपिक के खाते से 89 हजार 74 रुपये कट गए। इसके बाद फिर से लिपिक ने उसी अधिकारी को फोन करके बताया कि उसके खाते से और पैसे कट गए हैं। जिसके बाद उसने आश्वासन दिया कि जल्द ही आ जाएंगे। कुछ घंटे के बाद 45 हजार 81 रुपये कट गए। इस तरह से एक लाख 34 हजार 155 रुपये कट गए। जिसके बाद लिपिक ने सीओ सिटी राघवेंद्र मिश्र को प्रार्थना पत्र दिया। शहर कोतवाली प्रभारी अरुणा राय ने बताया कि लिपिक की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच साइबर सेल को सौंपी गई है।