मेरठ में प्रॉपर्टी खरीदेंगे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर अमित मिश्रा
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर अमित मिश्रा मेरठ में प्रॉपर्टी लेने जा रहे हैं। अपने पहले ही टेस्ट सिरीज में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट लेकर सुर्खियों में आने वाले अमित मिश्रा मंगलवार को इस बाबत एमडीए कार्यालय पहुंचे।
मेरठ। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर अमित मिश्रा मेरठ में प्रॉपर्टी लेने जा रहे हैं। अपने पहले ही टेस्ट सिरीज में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच विकेट लेकर सुर्खियों में आने वाले अमित मिश्रा मंगलवार को इस बाबत एमडीए कार्यालय पहुंचे। एडवोकेट राजेश वर्मा के साथ ही अमित मिश्रा ने अपने भाई संजय कुमार मिश्रा के नाम पॉवर ऑफ अटॉर्नी बनाने की प्रक्रिया को पूरा किया। मेरठ में अमित की प्रॉपर्टी का पूरा काम उनके भाई संजय ही देखेंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलने के साथ ही अमित मिश्रा ने आइपीएल में तीन टीमों के लिए तीन बार हैट्रिक विकेट लेकर आइपीएल के सबसे पसंदीदा स्पिनरों में से एक बन गए। तीनों हैट्रिक उन्होंने साल 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए, साल 2011 में डेकन चार्जेज के लिए और 2013 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए लिया था। इसके बाद उसी साल एकदिवसीय टीम में चयनित हुए और जिंबाब्वे के खिलाफ पांच मैचों में 18 विकेट लेकर अमित मिश्रा ने अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराने के साथ ही उसे कायम रखा। बांग्लादेश में हुए वर्ल्ड टी-20 में अमित ने 10 विकेट झटके थे। पांच साल बाद साल 2015 में अमित मिश्रा को वापस टेस्ट टीम में लिया गया और उन्होंने तीन टेस्ट मैचों में 15 विकेट लिए। अमित मिश्रा ने 22 टेस्ट मैचों में 76 विकेट, 36 एकदिवसीय मैचों में 64 विकेट, 10 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 16 विकेट, 152 फर्स्ट क्लास मैचों में 535 विकेट और टी-20 के 206 मैचों में 236 विकेट लिए हैं।
छात्रों ने बल्ले का अर्थशास्त्र जाना
मेरठ। मेरठ कॉलेज में एमए अर्थशास्त्र द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने मंगलवार को क्रिकेट बल्ले का अर्थशास्त्र जाना। एसजी कंपनी की औद्योगिक इकाई पहुंचे छात्रों ने बल्ले बनाने वाले श्रमिकों की संख्या, मजदूरी, कार्य घंटे और जीवन बीमा संबंधित प्रश्न पूछे। कंपनी के जितेंद्र ने छात्र-छात्राओं को बल्ले के विषय बताया। छात्रों ने कंपनी के प्रबंधन के विषय में जाना। छात्रों ने कंपनी से यह भी जाना कि बल्ला किस देशों में निर्यात किया जाता है। कौन-कौन से खिलाड़ी एसजी के बल्ले से खेलते हैं। टी-20 में बल्ले की मांग को कैसे पूरा किया जाता है। इस भ्रमण में डा. एस शर्मा, डा. कंचन रानी, डा. अर्चना सिंह का योगदान रहा। प्राचार्य डा. आभा चंद्रा ने औद्योगिक भ्रमण को छात्रों के लिए उपयोगी बताया। -जासं