खौफनाक वारदात : मुंह में कपड़ा ठूंसकर बच्ची की हत्या, छह घंटे बाद मिली लाश Meerut News
एक बच्ची के साथ क्रूरता की सारी हदे चाची ने पार कर दी। उसके मुंह में कपड़ा ठूसकर उसे मार डाला। वह कितना भी विनती करती रही पर वह नहीं मानी।
मेरठ, जेएनएन। इंचौली के सिखेड़ा में साढ़े चार साल की एक बच्ची के कत्ल में उसकी चाची ने क्रूरता की सारी हदें लांघ दी। चाची ने ही पहले बच्ची के हाथ-पैर बांधे। उसके बाद मुंह में कपड़ा ठूंस दिया जिससे बच्ची ने दम तोड़ दिया। इतना ही नहीं, लाश को बोरे में भरने के बाद घर के अंदर की सीढ़ियों में ही रखकर आगे से ईंट छिपा दिया। करीब छह घंटे की तलाश के बाद बच्ची का शव ग्रामीणों ने बरामद किया। उसके बाद हत्यारोपित चाची को गिरफ्तार कर लिया।
चाचा बच्ची से प्यार करता था, इसलिए मार डाला
इंचौली के सिखेड़ा में सुशील कुमार और लोकेश कुमार दो भाईयों का संयुक्त परिवार रहता हैं। जून 2019 में ही लोकेश कुमार की शादी कंचन से हुई थी। अभी तक कंचन को कोई बच्चा नहीं है। लोकेश अपने बड़े भाई के दोनों बच्चों के साथ काफी समय देता था। बेटी हिमानी को अक्सर अपने पास ही रखता था। कई बार कंचन ने इसका विरोध भी किया। साथ ही हिमानी की पिटाई कर अपने कमरे से भी निकाल दिया। तब भी लोकेश लगातार हिमानी को अपने कमरे में लेकर आता था। इसी से कंचन क्षुब्ध थी।
पांच बजे अगवा हो गई थी हिमानी
शनिवार को हिमानी घर के आंगन में खेल रही थी। अचानक ही गायब हो गई। शाम पांच बजे बच्ची के गायब होने के बाद परिवार के लोगों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। ग्रामीणों ने एकत्र होकर आसपास के जंगल में तलाश की। उसके बाद भी हिमानी का कोई पता नहीं चल पाया। करीब साढ़े दस बजे लोगों को शक हुआ। उसके बाद कंचन के घर की तलाशी ली गई। घर के अंदर सीढ़ी के नीचे लगी ईंट हटाई गई। तब बच्ची का शव बोरे में अंदर बरामद हुआ। तब पुलिस बच्ची की चाची को हिरासत में लेकर थाने ले आई। पूछताछ में कंचन ने अपना जुल्म कबूल कर लिया।
ऐसे उतारा मौत के घाट
एएसपी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि कंचन ने बच्ची को चॉकलेट देने का बहाना कर अपने घर में बुलाया। उसके बाद हाथ-पैर बांधे और मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। बच्ची का दम घुटने से मौत हो गई। उसके बाद शव को एक बोरे में भरने के बाद सीढ़ी के नीचे रखकर आगे से ईंट लगा दी। साथ ही सभी लोगों के साथ बच्ची की तलाश करने में भी मुख्य भूमिका निभा रही थी।
मौत से पहले चिल्लाई हिमानी, चाची छोड़ दो
बच्ची की उम्र साढ़े चार साल थीं, पर मौत से आखिरी सांस तक लड़ी। कंचन ने पहले गला दबाकर मारने का प्रयास किया। बच्ची काबू में नहीं आई। तब उसके हाथ और पैर रस्सी से बांध दिए। कंचन ने पुलिस को बताया कि मौत से पहले हिमानी चिल्लाई थी। चाची छोड़ दो, फिर कभी चाचा से नहीं मिलेगी। उसके बाद इसलिए मार दिया। क्योंकि वह अपनी मम्मी पापा के सामने पूरी घटना को बयां करती। पुलिस के मुताबिक, कंचन के घर के अंदर शव मिलने के बाद भी कुछ देर तक घटना से अनभिज्ञता जाहिर करती रही। थाने लाकर कड़ाई से पूछताछ की गई। तब टूट गई। उसके बाद तो माफी मांगने लगी। बोली, मेरे से गलती हो गई। मुङो माफ कर दो। उस समय कंचन का पति लोकेश भी हैरत में था, जिस बच्ची को लोकेश अपने जिगर का टुकड़ा मानता था। उसे ही कंचन ने मौत की नींद सुला दिया। कंचन के मम्मी-पापा भी शव को देखकर बदहवास हो गए थे।
उनका कहना था कि यदि उन्हें कंचन की मंशा का पता होता तो उसे कभी भी चाचा के पास तक नहीं भेजते। पुलिस ने हिमानी की हत्या में प्रयोग हुई रस्सी और मुंह से निकले कपड़े को भी सील कर दिया।
एसएसपी अजय साहनी ने जानकारी दी कि सिखेड़ा में चाचा के बच्ची को प्यार करने से क्षुब्ध चाची ने उसे मौत के घाट उतार दिया। शव बरामद करने के बाद चाची को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।