नहीं रुक पा रहा थानों में भ्रष्टाचार,रातभर की पिटाई,सुबह 10 हजार वसूले Meerut News
CM के कठाेर रुख के बाद भी थानों में भ्रष्टाचार नहीं रुक पा रहा है। घर से उठाकर सटोरिये को रातभर चौकी में रखकर पिटाई की गई। दस हजार लेकर घायल अवस्था में उसे छोड़ दिया गया।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 06 Jul 2019 11:35 AM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2019 11:35 AM (IST)
मेरठ, [सुशील कुमार]। मुख्यमंत्री की हिदायत के बाद भी थानों में भ्रष्टाचार नहीं रुक पा रहा है। सिवालखास चौकी प्रभारी पर भी दस हजार रुपये की वसूली में गाज गिर गई। घर से उठाकर सटोरिये को रातभर चौकी में रखकर पिटाई की गई। उसके बाद दस हजार की रकम लेकर घायल अवस्था में छोड़ दिया। पीड़ित ने मामले की शिकायत आइजी से की, जिस पर सीओ सरधना से जांच रिपोर्ट मांगी गई। सीओ की जांच रिपोर्ट में सभी आरोप सही पाए गए,जिस पर आइजी ने चौकी प्रभारी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर दी।
सड़क पर फेंक दिया था मोबाइल
जानी थाने की सिवालखास चौकी पर सुभाष चंद बतौर प्रभारी हैं। तीन जुलाई की शाम को सुभाष चंद ने सट्टे की शिकायत पर रसूलपुर धौलड़ी गांव में छापा मारा। सट्टे के आरोप में गांव के सुनील कुमार पुत्र किशन चंद को उठाकर चौकी पर ले आए। गिरफ्तारी के दौरान सुनील ने अपना मोबाइल घर के बाहर सड़क पर फेंक दिया था। पुलिस के तलाश करने के बाद भी मोबाइल नहीं मिल पाया। आरोप है कि उसी से क्षुब्ध होकर चौकी प्रभारी सुभाष चंद्र ने सुनील की पिटाई कर रातभर चौकी पर बैठाकर रखा। सुनील के पक्ष में कुछ लोग उतर गए।
आइजी से मिलकर लगाया रिश्वत लेने का आरोप
उसे छुड़ाने का प्रयास किया गया। सुबह दस हजार में सौदा तय हो गया। आरोप है कि सुभाष चंद ने दस हजार की रकम लेकर सुनील को विपिन गर्ग, नरेंद्र, रोबिन के सुपुर्द कर दिया। चौकी से छूटने के बाद सुनील घायल अवस्था में आइजी आलोक सिंह के सामने पेश हो गया। उसने रातभर पुलिस हिरासत में रखकर पिटाई करने और दस हजार की नकदी लेकर छोड़ने का आरोप लगाया। सुनील की शिकायत पर सरधना सीओ पंकज कुमार को जांच दी गई। सीओ की जांच में सभी आरोप सच पाए गए। उन्होंने आइजी को चौबीस घंटे में पूरे प्रकरण की रिपोर्ट पेश की, जिसमें आइजी आलोक सिंह ने सुभाष चंद के निलंबन की कार्रवाई की।
प्रधान के बहकावे में की थी शिकायत
शुक्रवार को सुनील नाटकीय ढंग से आइजी के समक्ष पेश हो गया। उसने बताया कि प्रधान मेघपाल के बहकावे में आकर चौकी प्रभारी पर आरोप लगाए थे, जिस पर आइजी आलोक कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट में पुष्टि हो चुकी है। सुनील को ऑफिस से सीधे जेल भेजने की धमकी दी, उसके बाद वह अपने कुछ साथियों के साथ वहां से चला गया।
इनका कहना है
रसूलपुर धौलडी के ग्रामीणों ने सुनील की सट्टे के लिए शिकायत की थी,जिस पर उसे पकड़कर चौकी लाया गया। दबिश के दौरान सुनील ने अपना मोबाइल फेंक दिया था। उसकी तलाशी में कोई पर्ची नहीं मिली। पूछताछ के लिए उसे चौकी में बैठाए रखा। पूछताछ पूरी होने पर छोड़ दिया। सुनील को चोट उसके ऊपर पेड़ गिरने से लगी थी। उसने पिटाई और वसूली का झूठा आरोप लगा दिया।
- सुभाष चंद,चौकी प्रभारी
आइजी की ओर से दारोगा सुभाष चंद की जांच दी गई थी, जिसमें दारोगा ने सुनील को उठाकर रातभर थाने में बैठाया। उसकी पिटाई करने के बाद सुबह दस हजार की रकम वसूल कर छोड़ दिया। सभी आरोप सही पाए गए है, जिसकी रिपोर्ट आइजी को दे दी गई।
- पंकज कुमार,सीओ सरधना
चौकी प्रभारी पर लगाए गए आरोप सीओ की जांच में सही पाए गए, जिसके आधार पर दारोगा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
- अजय साहनी,एसएसपी
सड़क पर फेंक दिया था मोबाइल
जानी थाने की सिवालखास चौकी पर सुभाष चंद बतौर प्रभारी हैं। तीन जुलाई की शाम को सुभाष चंद ने सट्टे की शिकायत पर रसूलपुर धौलड़ी गांव में छापा मारा। सट्टे के आरोप में गांव के सुनील कुमार पुत्र किशन चंद को उठाकर चौकी पर ले आए। गिरफ्तारी के दौरान सुनील ने अपना मोबाइल घर के बाहर सड़क पर फेंक दिया था। पुलिस के तलाश करने के बाद भी मोबाइल नहीं मिल पाया। आरोप है कि उसी से क्षुब्ध होकर चौकी प्रभारी सुभाष चंद्र ने सुनील की पिटाई कर रातभर चौकी पर बैठाकर रखा। सुनील के पक्ष में कुछ लोग उतर गए।
आइजी से मिलकर लगाया रिश्वत लेने का आरोप
उसे छुड़ाने का प्रयास किया गया। सुबह दस हजार में सौदा तय हो गया। आरोप है कि सुभाष चंद ने दस हजार की रकम लेकर सुनील को विपिन गर्ग, नरेंद्र, रोबिन के सुपुर्द कर दिया। चौकी से छूटने के बाद सुनील घायल अवस्था में आइजी आलोक सिंह के सामने पेश हो गया। उसने रातभर पुलिस हिरासत में रखकर पिटाई करने और दस हजार की नकदी लेकर छोड़ने का आरोप लगाया। सुनील की शिकायत पर सरधना सीओ पंकज कुमार को जांच दी गई। सीओ की जांच में सभी आरोप सच पाए गए। उन्होंने आइजी को चौबीस घंटे में पूरे प्रकरण की रिपोर्ट पेश की, जिसमें आइजी आलोक सिंह ने सुभाष चंद के निलंबन की कार्रवाई की।
प्रधान के बहकावे में की थी शिकायत
शुक्रवार को सुनील नाटकीय ढंग से आइजी के समक्ष पेश हो गया। उसने बताया कि प्रधान मेघपाल के बहकावे में आकर चौकी प्रभारी पर आरोप लगाए थे, जिस पर आइजी आलोक कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट में पुष्टि हो चुकी है। सुनील को ऑफिस से सीधे जेल भेजने की धमकी दी, उसके बाद वह अपने कुछ साथियों के साथ वहां से चला गया।
इनका कहना है
रसूलपुर धौलडी के ग्रामीणों ने सुनील की सट्टे के लिए शिकायत की थी,जिस पर उसे पकड़कर चौकी लाया गया। दबिश के दौरान सुनील ने अपना मोबाइल फेंक दिया था। उसकी तलाशी में कोई पर्ची नहीं मिली। पूछताछ के लिए उसे चौकी में बैठाए रखा। पूछताछ पूरी होने पर छोड़ दिया। सुनील को चोट उसके ऊपर पेड़ गिरने से लगी थी। उसने पिटाई और वसूली का झूठा आरोप लगा दिया।
- सुभाष चंद,चौकी प्रभारी
आइजी की ओर से दारोगा सुभाष चंद की जांच दी गई थी, जिसमें दारोगा ने सुनील को उठाकर रातभर थाने में बैठाया। उसकी पिटाई करने के बाद सुबह दस हजार की रकम वसूल कर छोड़ दिया। सभी आरोप सही पाए गए है, जिसकी रिपोर्ट आइजी को दे दी गई।
- पंकज कुमार,सीओ सरधना
चौकी प्रभारी पर लगाए गए आरोप सीओ की जांच में सही पाए गए, जिसके आधार पर दारोगा के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
- अजय साहनी,एसएसपी
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