कांवड़ यात्रा को गजट में अधिसूचित करने के लिए होगा पत्राचार
दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में रविवार को एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार और आमजन फोन पर रूबरू थे। लोगों ने पीड़ा जाहिर की तो एडीजी ने भी शिकायतों का संज्ञान लिया।
मेरठ। कुछ अतिक्रमण से परेशान थे तो कई लोग ट्रैफिक जाम से त्रस्त। किसी मामले की रिपोर्ट दर्ज नहीं की तो किसी में कार्रवाई से किनारा। जागरण के प्रश्न पहर में रविवार को एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार और आमजन फोन पर रूबरू थे। लोगों ने पीड़ा जाहिर की तो एडीजी ने भी शिकायतों का संज्ञान लिया। उन्होंने कई पीड़ितों को मिलने के लिए कार्यालय बुलाया तो कई शिकायतों पर संबंधित जनपद के पुलिस अफसरों से जवाब तलब किया। करीब एक घंटे तक हुए सीधे संवाद में उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि हर मामले में वाजिब कार्रवाई होगी। कार्रवाई नहीं होती है तो मुझे अवगत कराएं। लापरवाह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक्शन होगा। इसी दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि कांवड़ यात्रा को गजट में अधिसूचित करने के लिए शासन से पत्राचार किया जाएगा। एडीजी और जनता के बीच हुए संवाद के अंश..। मेरे पास गाजियाबाद नंबर की बाइक है। मेरठ में मुझे एक ही रोड पर चार बार रोका गया। पुलिस बाहर के नंबर की गाड़ी देखकर टूट पड़ती है। एक रोड पर एक ही जगह चेकिंग की व्यवस्था क्यों नहीं है?
-राकेश कुमार, नंगला शेरखां ऊर्फ जैनपुर, मेरठ
पुलिस को चेकिंग के निर्देश हैं, लेकिन एक ही सड़क पर एक जगह चेकिंग होने से पुलिस का काम भी घटेगा और लोगों का वक्त भी खराब नहीं होगा। इस संबंध में निर्देश जारी किए जाएंगे। कांवड़ यात्रा का आयोजन कई प्रदेशों में बड़े स्तर पर होता है। पश्चिम यूपी इसका केंद्र है। इस यात्रा को अधिसूचित नहीं किया गया है। सिर्फ स्थानीय स्तर इंतजाम होते हैं। इसे अधिसूचित करने के लिए कोई पत्राचार किया गया है क्या?
लोकेश खुराना, भगत सिंह मार्केट मेरठ
अच्छा सुझाव है। सरकारी गजट में अधिसूचित होने पर सरकार से आर्थिक मदद भी मिलेगी और व्यवस्था भी चाकचौबंद होगी। इस संबंध में शासन से पत्राचार किया जाएगा। शहर में प्रेस लिखी गाड़ियों की भरमार है। चोर-लुटेरा वारदात के बाद प्रेस लिखी गाड़ी लेकर चले तो पुलिस उसे रोकती भी नहीं। इस ओर भी ध्यान देने की जरूरत है।
-अरूण कुमार, नील गली देहली गेट, मेरठ
जोन पुलिस को निर्देशित किया जाएगा कि प्रेस लिखे वाहनों की तस्दीक करें। सिर्फ मीडिया से जुड़े लोग ही वाहनों पर प्रेस लिखवा सकेंगे। शहर में अतिक्रमण और जाम की विकराल स्थिति है। अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है। लोग परेशान हैं और तमाम शिकायतों के बाद भी हालात नहीं सुधर रहे। जेल चुंगी पर शराब का ठेका है। सड़क मयखाने में तब्दील हो जाती है। पुलिस कार्रवाई नहीं करती।
-संजय गुप्ता, मंगल पांडेय नगर मेरठ
जीपीएस लगी ट्रैफिक एंजल्स और ट्रैफिक मोबाइल शहर में गश्त पर रहती हैं। जाम की सूचना पर तत्काल पहुंचती हैं। अतिक्रमण हटाने का दायित्व नगर निगम और एमडीए का है। पुलिस हर संभव सहयोग के लिए हर वक्त तैयार है। सड़क पर शराब पीने के मामले में संबंधित थाना पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। आर्मी में तैनात बेटे का रिवॉल्वर लाइसेंस है। उसमें निर्देश है कि उसे पिता भी रख और ले जा सकता है। इसके बावजूद पुलिस परेशान करती है।
ऋषिपाल, सैनिक विहार रोहटा रोड मेरठ
कीप एंड कैरी सिस्टम यूपी में लागू नहीं है। आर्मी के मामले में इसकी छूट है तो स्थानीय स्तर पर एक आदेश ले लें। पुलिस तस्दीक करा लेगी। अवैध हथियारों की खेप पकड़े जाने के बावजूद अवैध असलहा से अपराध जारी है। पुलिस प्रभावी कार्रवाई क्यों नहीं कर रही।
-अजय, अध्यक्ष- कोशिश सामाजिक संगठन, कोतवाली मेरठ
पुलिस समय-समय पर कार्रवाई करती है। बड़े पैमाने पर अवैध असलहा पकड़े गए हैं। यह अभियान बादस्तूर जारी रहेगा। गांव नित्यानंदपुर नंगली से डग्गामार बस चलती है। चालक-परिचालक नशे में रहते हैं और महिला यात्रियों से छेड़छाड़ करते हैं। 19 जनवरी को मैंने शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
-सूर्य प्रताप सिंह, गांव चंटेरा थाना खानपुर, बुलंदशहर
मैंने बस का नंबर नोट कर लिया है। बुलंदशहर एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे। मैं गांव में ही अध्यापिका हूं। एनपीआरसी मुझे तंग करता रहता है, छेड़छाड़ करता है। एसएसपी के आदेश पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया, लेकिन कई महीने बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
-प्रीति, गांव कल्याणपुर थाना रोहटा
आपका मामला नोट कर लिया गया है। शत-प्रतिशत कार्रवाई होगी। बुढाना थाना पुलिस चोरी की 10-11 बाइक इस्तेमाल कर रही है। इसमें क्या कार्रवाई होगी?
-विकास, बुढाना मुजफ्फरनगर
कप्तान को जांच सौंपी जा रही है। चोरी की बाइक चलाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
देहली गेट, लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में गोकशी चल रही है। पुलिस की मिलीभगत से गोवंश और मृत पशुओं का मांस दुकानों पर बेचा जा रहा है। मेरठ कप्तान को जांच के निर्देश दिए जा रहे हैं।
गत 31 मई को मेरा झगड़ा हुआ। मुझे खुद मेडिकल कराना पड़ा। 22 दिन बाद पुलिस ने मेडिकल कराया। इसमें हड्डी में फ्रैक्चर आया। पुलिस ने धारा नहीं बढ़ाई। मामला अभी कोर्ट में नहीं गया, लेकिन विवेचक कह रहा है कि कोर्ट के आदेश पर बोर्ड द्वारा उसका मेडिकल होगा। पुलिस आरोपितों को बचा रही है।
-एडवोकेट खालिद, गांव रछौती थाना मुंडाली।
मेरे ऑफिस आकर शिकायत कीजिए। मैं जांच बैठाता हूं।