Coronavirus: जापान में क्रूज में फंसे भारतीयों ने दूतावास से मांगा शाकाहारी खाना Meerut News
जापान के बंदरगाह पर खड़े क्रूज में फंसे भारतीय दल ने शाकाहारी भोजन के लिए दूतावास से गुहार लगाई है। शनिवार को तीन और लोगों में कोरोना का संक्रमण मिला है।
मेरठ, [संतोष शुक्ल]। Coronavirus जापान के बंदरगाह पर खड़े डायमंड प्रिंसेज क्रूज में फंसे भारतीय दल ने शाकाहारी भोजन के लिए दूतावास से गुहार लगाई है। राजदूत को भेजे ई-मेल में मेरठ के पीयूष ने बताया है कि क्रूज में ज्यादातर लोग मांसाहारी हैं। रसोई में मांस के साथ शाकाहारी भोजन बनने से कोरोना यहां भी संक्रमित हो सकता है। उधर, शनिवार को तीन और लोगों में कोरोना का संक्रमण मिलने से यात्रियों में अफरातफरी है।
कैंटीन से जताया संक्रमण का रिस्क
25 जनवरी को भारत से हांगकांग के लिए निकला क्रूज जापान के योकोहामा तट पर 14 दिनों के लिए रोक दिया गया है। 237 लोगों की मेडिकल जांच में 61 में कोरोना का संक्रमण मिला। क्रूज में भारत के छह सदस्य फंसे हुए हैं। हालांकि इनमें संक्रमण नहीं है। 29 साल के पीयूष उप्र से अकेले सदस्य हैं। भारतीय दल ने तीन दिन से भोजन नहीं किया है। वो फल और जूस ले रहे हैं। पीयूष ने भारतीय दूतावास के अधिकारी अनिल कालरा को संदेश भेजकर पैक्ड फूड और पेय पदार्थ उपलब्ध कराने की गुहार लगाई है। दूतावास को बताया है कि क्रूज में मांसाहार से वायरस संक्रमण का खतरा बना हुआ है। यात्रियों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
तीन नए मरीजों में भी कोरोना पाजिटिव
शनिवार को तीन और मरीजों में वायरस मिलने से संख्या 64 तक पहुंच गई है। क्रूज में सवार 3700 यात्रियों में बेचैनी बढ़ती जा रही है। सभी देशों के दूतावासों ने संपर्क साधा है। जापान के स्वास्थ्य मंत्रलय ने 19 फरवरी से पहले किसी भी हरकत को मना कर दिया है। जहाज में थर्मोस्कैनर लगाया गया है, जो बुखार को पकड़ लेगा। सभी यात्रियों को थर्मामीटर भी दिया गया है, जिससे बुखार स्वयं चेक कर मैनेजर को सूचना दे रहे हैं। इधर, शास्त्रीनगर में पीयूष के चाचा पंकज शर्मा ने जापान में स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क साधा है। मेरठ के सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने परिजनों से संपर्क किया है।
स्वाइन फ्लू का वायरस
स्वाइन फ्लू का वायरस तेवर दिखा रहा है। सर्दी खत्म होने के साथ ही रोजाना दो से तीन नए मरीज मिल रहे हैं। मेडिकल कालेज की माइक्रोबायोलोजी की लैब ने शनिवार को दो और मरीजों में एच1एन1 की पुष्टि की। वर्ष 2020 में अब तक 14 मरीजों में वायरस मिल चुका है। एक मरीज की मौत भी हुई है। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि शनिवार को भगवानपुर गांव की 45 साल की महिला और गुजरान गेट सरधना निवासी 80 साल के बुजुर्ग में वायरस की पुष्टि हुई।
कई संदिग्ध मरीजों का इलाज
कई संदिग्ध मरीजों का निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग का सर्विलांस सेल मरीजों की नियमित रूप से मानीटरिंग कर रहा है। ड्रग स्टोर में 25 हजार से ज्यादा टेमीफ्लू की टेबलेट उपलब्ध है। सीएमओ ने कहा कि स्वाइन फ्लू का कोई इलाज नहीं है, किंतु बचाव है। हाथ को कई बार धोएं। छींकने एवं खांसने वालों से दूर रहें। खांसी के साथ ज्यादा सांस फूले तो सावधानी रखना चाहिए। स्वाइन फ्लू की वैक्सीन के अतिरिक्त एन-95 मास्क की भी बिक्री बढ़ रही है।