Coronavirus: कोरोना ने रोका माध्यमिक स्कूलों के सवा लाख बच्चों का रिजल्ट
माध्यमिक स्कूलों में कक्षा एक से नौवीं व 11वीं तक की परीक्षा सम्पन्न हो चुकी हैं। बच्चों को बेसब्री से रिजल्ट का इंतजार था परंतु छुट्टियां हो जाने के कारण बच्चों का रिजल्ट अटका
मेरठ, जेएनएन। कोरोना से बचाव को लेकर सभी स्कूलों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। स्कूलों के बंद होने के कारण माध्यमिक स्कूलों में कक्षा एक से नौवीं व 11वीं के बच्चों का रिजल्ट भी अटक गया है। माध्यमिक स्कूलों में सभी कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा सम्पन्न हो चुकी है। स्कूलों में रिजल्ट जारी करने के लिए 25 से 31 मार्च तक की तिथियां जारी की गई थी। पर सब स्कूलों के पूरी तरह से बंद किये जिसने के बाद रिजल्ट भी रोक दिया गया है। माध्यामिक स्कूलों में पब्लिक स्कूलों की तरह ऑनलाइन रिजल्ट जारी करने का संसाधन न होने के कारण रिजल्ट ऑनलाइन भी जारी नहीं किया जा सकता है।
आठवीं तक ही 41 हजार बच्चे
बेसिक शिक्षा परिषद के अंतर्गत प्राइमरी और उच्च प्राइमरी स्कूलों में कक्षा आठवीं तक कि कक्षाओं में करीब सवा लाख बच्चे पढ़ते हैं। बेसिक की परीक्षा स्थगित कर सभी बच्चों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने का आदेश जारी कर दिया गया है। लेकिनमाध्यमिक स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों की परीक्षा के बाद भी रिजल्ट अटक गया है। माध्यमिक स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक करीब 41,072 बच्चे पढ़ते है। इन बच्चों को रिजल्ट जारी करने के बाद अगली कक्षा में दाखिला मिलेगा। हालांकि माध्यमिक स्कूलों में भी आठवीं तक के बच्चों को भी फेल नहीं किया जाता है। वहीं कक्षा नौवीं और 11वीं के करीब 85 हज़ार बच्चे पंजीकृत हैं जो इस साल 10वीं और 12वीं में जाएंगे। इनके रिजल्ट के बाद ही इन छात्रों को अगली कक्षा में दाखिला मिलेगा।
ऑनलाइन जारी कर रहे सीबीएससी और आईसीएसई के रिजल्ट
सीबीएसई और आइसीएसई स्कूलों में वार्षिक परीक्षा के रिजल्ट ऑनलाइन वेबसाइट के जरिये जारी किए जा रहे हैं। जिन स्कूलों की परीक्षा हो चुकी है वहां ऑनलाइन रिजल्ट जारी कर परिजनों को एसएमएस के जरिये सूचित किया जा रहा है। जहां परीक्षा नहीं हुई है वहां के रिजल्ट भी रुक गए हैं।