लोकसभा चुनाव से पूर्व मेरठ में ¨हसा की साजिश नाकाम
क्राइम ब्रांच ने भीम आर्मी के सात सदस्यों को पकड़ा
जागरण संवाददाता, मेरठ : दो अप्रैल को हुई ¨हसा को मेरठ के लोग अभी भूले भी नहीं थे कि फिर से सोशल मीडिया के जरिए मेरठ में ¨हसा कराने की साजिश चल रही थी। मेरठ पुलिस ने इस साजिश को नाकाम कर दिया है। पुलिस ने भीम आर्मी के सात ऐसे सदस्यों को पकड़ा है, जो सोशल मीडिया के जरिए अन्य जातियों को भड़काने का काम कर रहे थे। इनका इरादा 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मेरठ में ¨हसा कराने का था। सूत्रों के मुताबिक, पकड़े गए युवक कई राजनीतिक लोगों के भी संपर्क में थे। पुलिस इन नेताओं की भी कुंडली खंगाल रही है।
दरअसल, मेरठ की सर्विलांस, साइबर सेल और क्राइम ब्रांच की टीमें जिले में चलने वाले कुछ वाट्सएप ग्रुप और फेसबुक पर बनी प्रोफाइल पर नजर रखे हुए हैं। जिले में लगभग 10 ग्रुप ऐसे चल रहे थे, जो भीम आर्मी के सदस्यों के द्वारा बनाए गए थे। इन ग्रुपों में अन्य जाति के लोगों को लेकर भड़काऊ पोस्ट डाली जा रही थी। एक जाति को एकजुट करने की अपील की जा रही थी। घरों में हथियार एकत्रित करने की सलाह दी जा रही थी। दो अप्रैल की ¨हसा का जिक्र करते हुए कहा जा रहा था कि उन पर जुल्म हुआ है। वहीं, दूसरे समुदाय के लोगों की बेटियों और बहुओं के बारे में गलत शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा था। ताकि वह भड़कें और जिले में ¨हसा हो। फिलहाल पुलिस ने इन ग्रुप एडमिन के सदस्यों को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ की जा रही है। ये युवक हैं आरोपित
हस्तिनापुर थानाक्षेत्र के गांव मोरना अल्लीपुर निवासी रविंद्र, निड़ावली निवासी संदीप, मवाना थानाक्षेत्र के गांव मीवा निवासी राहुल के अलावा चार अन्य ने वॉट्सएप ग्रुप बनाए हुए हैं, जो भीम आर्मी से जुड़े हैं। सचिन की मौत का भी जिक्र
वॉट्सएप ग्रुप और फेसबुक पेज पर भड़काते हुए कहा जा रहा है कि सहारनपुर में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष के भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। आने वाले समय में इस जाति के बड़े लोगों को भी इसी तरह मारा जाएगा। अपील की जा रही थी कि एक हो जाओ और बदला लो। इनका कहना है--
भीम आर्मी के कुछ युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जल्द ही एक बड़े मामले का राजफाश करेंगे
-राजेश कुमार पांडेय, एसएसपी