32 बैठकों से सहेजेंगे सांप्रदायिक सौहार्द, दो वाट्सएप ग्रुप बनाकर दोनों समुदाय के 282 लोगों को जोड़ा Meerut News
अयोध्या मामले में निर्णय आने से पहले पुलिस और प्रशासन ने शहर और देहात की सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोबस्त किए हैं। अयोध्या मुद्दे पर निर्णय तक छुट्टी निरस्त।
मेरठ, जेएनएन। अयोध्या विवाद पर निर्णय को लेकर जनपद में शांति व्यवस्था के लिए पुलिस और प्रशासनिक मशीनरी मुस्तैद हो गई है। पहले डीएम और कप्तान ने दोनों संप्रदाय की अलग-अलग बैठक पुलिस लाइन में ली, उसके बाद जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में दोनों संप्रदाय के लोगों की 32 बैठक प्रस्तावित की गई, जिनमें से पंद्रह बैठक हो चुकी हैं। शनिवार को भी कोतवाली में बैठक आयोजित की गई। साथ ही पुलिस ने देहात क्षेत्र में फ्लैगमार्च किया।
अमन कायम की अपील
अयोध्या मामले में निर्णय आने से पहले पुलिस और प्रशासन ने शहर और देहात की सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोबस्त किए हैं। डीएम अनिल ढींगरा और कप्तान अजय साहनी ने पहले मुस्लिम समाज के लोगों से सुरक्षा का भरोसा लिया। उसके बाद हिंदू समाज के लोगों की बैठक कर उनसे अमन कायम करने की अपील की। पुलिस की तरफ से मुस्लिम संप्रदाय और हिंदू समाज के लोगों के अलग-अलग शांति समिति प्रथम और द्वितीय दो ग्रुप बनाए है, जिनमें शहर के दोनों समाज के 282 लोगों को जोड़ा गया है। ताकि शहर में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए पुलिस लोगों को तत्काल मैसेज दे सकें। सभी ने जनपद में अमन कायम करने के लिए पुलिस और प्रशासन के कंधे से कंधा मिलाकर चलने का भरोसा दिया। अयोध्या मामले पर निर्णय आने तक कप्तान ने सभी पुलिसकर्मियों का अवकाश निरस्त कर दिया है यानि गंभीर मामलों में ही अवकाश दिया जा सकेगा। एसएसपी ने बताया कि देहात और शहर में 32 बैठक प्रस्तावित हैं, जिसमें दोनों समुदाय के लोगों को साथ बैठाकर शांति की अपील की जाएगी। अब तक 15 बैठक हो चुकी हैं। बाकी बैठक भी अगले दो दिनों में हो जाएंगी।
बुढ़ाना गेट और गंगानगर में हुई बैठक
शनिवार को कोतवाली थाने की बुढ़ाना गेट चौकी पर शहर के गणमान्य लोगों की बैठक आयोजित की गई, जिसमें दोनों समुदाय के लोग शामिल थे। देहात के थाने गंगानगर में सीओ अखिलेश भदौरिया के नेतृत्व में बैठक हुई। दोनों ही बैठकों में दोनों समुदाय के लोगों से सौहार्द बनाए रखने की अपील की गई।
मीटिंग में दी 112 नंबर की जानकारी
पुलिस ने बैठक के जरिये पब्लिक को जानकारी दी, यदि कोई भी आशंका जाहिर हो तो मदद के लिए 112 पर कॉल करें। यूपी-100 की सेवाएं समाप्त कर सरकार ने 112 नंबर शुरू कर दिया है।
वाट्सएप पर अफवाह फैलाने वालों से निपटेंगी चार टीमें
कप्तान ने बताया कि वाट्सएप पर अफवाह फैलाने वालों के लिए चार टीमें बनाई हैं। सभी टीमें वाट्सएप, फेसबुक तथा अन्य सोशल साइट्स पर निगरानी करेंगी। सोशल साइट्स पर टिप्पणी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।