Club 60 of Meerut: पाश कालोनियों के लिए नजीर है वरिष्ठ नागरिकों की मुहिम, ऐसे दे रहे स्वच्छता का संदेश
शास्त्रीनगर के एच ब्लाक के वरिष्ठ नागरिकों के संगठन क्लब-60 के सदस्यों ने एक मुहीम शुरू की है। जिसे नाम दिया है आओ स्वच्छ बनाएं मेरठ। इस मुहिम से थ्री आर ( रिड्यूज रीसाइकिल व रेवन्यू ) पर बल दिया जा रहा है। स्वच्छता इनकी प्राथमिकता में शामिल है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ के शास्त्रीनगर के एच ब्लाक के वरिष्ठ नागरिकों के संगठन क्लब-60 के सदस्यों ने एक मुहीम शुरू की है। जिसे नाम दिया है आओ स्वच्छ बनाएं मेरठ। इस मुहिम से थ्री आर ( रिड्यूज, रीसाइकिल व रेवन्यू ) पर बल दिया जा रहा है। स्वच्छता की दिशा में यह मुहिम शहर की तमाम पाश कालोनियों के लिए एक नजीर है। अगर सभी कालोनियों में ऐसे प्रयास हो तो मेरठ स्वच्छ शहरों में शुमार हो सकेगा।
क्लब-60 के संस्थापक महेश रस्तोगी ने कहा कि मुहिम में स्वच्छता से सम्बंधित छोटे छोटे प्रयास शामिल हैं। जैसे जूते चप्पलों में लग कर बाहर की धूल घरों में पहुंचती है। सुबह की झाड़ू लगाने पर औसतन 20 ग्राम धूल इकट्ठा हो जाती है। अगर यह धूल डस्टबिन में डालकर गमलों या क्यारी में डालें तो 20 लाख की आबादी वाले शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े में कमी आएगी। क्लब 60 के हरि विश्नोई ने कहा कि उन्होंने अपनी जयहिंद सोसायटी के गेट पर गौ ग्रास संग्रह के लिए एक बोरा टांग रखा है। लोग रोटी व फल सब्जी के छिलके इसमें डाल जाते हैं।
शाम को गोशाला के कर्मचारी आते हैं और एकत्र सामग्री ले जाते हैं। जबकि कालोनी के अधिकांश घरों में होम कम्पोस्टर लगे हैं। किचन के कचरे से कम्पोस्ट बनाई जाती है। इसके अलावा सोसायटी के घरों में पालीथीन थैलियों को प्लास्टिक की खाली बोतलों में भरकर ब्रिक बनाया जा रहा है। ताकि उन्हें रंग कर क्यारियों में ईंटों की जगह लगाया जा सके। पुराने टायर,निष्प्रयोज्य पाइप व अनुपयोगी शीट समेत बहुत सी बेकार चीजों को रीसाइकिलिंग कर आकर्षक रूप देकर टैगोर पार्क में लगाया गया है। निर्माण मलबा भराव के काम लाते हैं। रद्दी, कागज, कांच व लोहा कबाड़ी खरीद लेते हैं।