स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 : सहारनपुर को दो वर्षों में 329 रैंक का लाभ, जाने देश में कौन सा मिला स्थान
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में सहारनपुर ने एक लंबी छलांग लगाई है। पिछले साल की आल इंडिया 92 रैंक से उठकर इस बार जिले ने 49वीं रैंक पाई है जबकि प्रदेश में जिले को पांचवीं रैंक मिली।
सहारनपुर, जेएनएन। स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 में सहारनपुर ने एक लंबी छलांग लगाई है। पिछले साल की आल इंडिया 92 रैंक से उठकर इस बार जिले ने 49वीं रैंक पाई है, जबकि प्रदेश में जिले को पांचवीं रैंक मिली। रैंकिग में सुधार को बड़ा कदम माना जा रहा है।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 के लिए देश भर में मई-2019 से जनवरी-2020 तक कराए गए सर्वेक्षण में 1-10 लाख की जनसंख्या वाले 382 शहरों को शामिल किया गया था। इस सर्वेक्षण के तहत सहारनपुर महानगर के एक लाख 58 हजार 661 लोगों ने अपना फीड बैक दिया था। इस सर्वेक्षण में 6000 अंक में से 3855.29 अंक का स्कोर प्राप्त कर देश में 49वां स्थान प्राप्त किया है। वर्ष 2018 में सहारनपुर को देशभर में 378वीं रैंक और वर्ष 2019 में 92 वीं रैंक मिली थी। इस बार जिले ने सबसे अच्छा प्रदर्शन कर 49वां स्थान प्राप्त किया।
गोरखपुर व अयोध्या को पीछे छोड़ा
प्रदेश स्तर पर एक से दस लाख की जनसंख्या वाले 59 शहरों में सहारनपुर ने गोरखपुर व अयोध्या को पीछे छोड़ते हुए पांचवीं रैंक हासिल की है। गोरखपुर को 82वीं और अयोध्या को 97वीं रैंक प्राप्त हुई है। पड़ोसी शहर और सहारनपुर मंडल के मुजफ्फरनगर को 214वीं तथा शामली को 296वीं रैंक मिली है। यहां पड़ोसी जिले और विश्वविख्यात तीर्थ नगरी हरिद्वार को भी 244वीं रैंक से संतोष करना पड़ा है। केवल नोएडा, झांसी, अलीगढ़ और मथुरा-वृंदावन ही सहारनपुर से प्रदेश में आगे रहे है।
इनकी क्या है प्रतिक्रिया
स्वच्छ सर्वेक्षण में गत वर्ष की रैंक सुधारने के लिए नगर निगम के अधिकारियों-कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत की है, और उसका नतीजा सबके सामने है। स्वच्छता के क्षेत्र में और बेहतर करने के लगातार प्रयास किए जा रहे है। पूरी कोशिश होगी कि जिन कमियों की वजह से हम थोड़ा पीछे रह गए है, उन्हें दूर करते हुए अगले सर्वेक्षण में अधिक बेहतर परिणाम लाकर रैंक में सुधार लाएंगे। -संजीव वालिया, महापौर।
नगर निगम की मेहनत और महानगरवासियों के सहयोग से ही स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 में सहारनपुर को राष्ट्रीय स्तर पर 49वां स्थान मिला है। देश के टॉप पर रहे 50 शहरों में शामिल होने के साथ ही यूपी में पांचवें स्थान पर रहा है। अगले वर्ष इसे और बेहतर करते हुए रैंक में सुधार लाने का प्रयास होगा। -ज्ञानेंद्र सिंह, नगरायुक्त।