परेशान हैं शहर के लोग, कुत्ते नहीं पकड़ रहा नगर निगम
शहरवासी आवारा कुत्तों से परेशान हैं। ऑनलाइन शिकायत कर रहे हैं लेकिन नगर निगम के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।
मेरठ (जेएनएन)। शहर के लोग आवारा कुत्तों से परेशान हैं। उनसे निजात पाना चाहते हैं। नगर निगम में आनलाइन शिकायत कर रहे हैं। लेकिन समस्या का समाधान करने के बजाए नगर निगम कानून को हवाला देकर इतिश्री कर रहा है।
शिकायत की थी
ब्रह्मपुरी निवासी दीपक जैन ने नगर निगम में आनलाइन शिकायत की थी कि उनके मोहल्ले में आवारा कुत्तों का आतंक है। आए दिन बच्चों और बुजुर्गों को आवारा कुत्ते दौड़ा लेते हैं। घरों में घुस आते हैं। इसी तरह पंजाबीपुरा से पारस ने भी आवारा कुत्तों से मोहल्ले के लोगों के परेशान होने की शिकायत की थी। सरस्वती लोक में रहने वाले लोगों की ओर से भी यही शिकायत दर्ज कराई गई थी। इन शिकायतों के जवाब में संबंधित अधिकारी ने उत्तर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार कुत्ते पकड़ना बंद है। इस जवाब से लोग हैरान हैं। दरअसल, कुत्तों का आतंक पूरे शहर में है। नगर निगम आवारा कुत्तों से शहरियों को निजात नहीं दिला पा रहा है।
नसबंदी भी नहीं कराई जा रही
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि कुत्तों को पकड़ा नहीं जा रहा है तो कम से कम नसबंदी तो की जानी चाहिए। ताकि इनकी बढ़ती आबादी पर लगाम तो लगाई जा सके। लेकिन नगर निगम यह कार्य भी नहीं करवा रहा है।
इन्होंने कहा
पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कुत्तों को पकड़ना बंद है। नसबंदी का प्रावधान है। लेकिन चार माह के कुत्ते की ही हो सकती है। इससे बड़े कुत्तों की नहीं। डॉग स्क्वॉड भेजते हैं तो पशु प्रेमी परेशान करते हैं। फिलहाल समाधान के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है। बड़े कुत्तों को गर्भ निरोधक गोली देकर बढ़ती संख्या को नियंत्रित किया जाएगा।
-अली हसन कर्नी, अपर नगर आयुक्त