कॉमर्शियल कोर्ट पर दिनभर मंथन, नहीं हो सका निर्णय
कचहरी परिसर से कॉमर्शियल कोर्ट को बाहर ले जाने के मामले को लेकर बुधवार को दिनभर मंथन चलता रहा। जिला जज व डीएम के प्रतिनिधियों ने कचहरी परिसर में चिह्नित एवं अन्य स्थानों का निरीक्षण किया लेकिन शाम तक कोई निर्णय नहीं हो सका।
मेरठ, जेएनएन : कचहरी परिसर से कॉमर्शियल कोर्ट को बाहर ले जाने के मामले को लेकर बुधवार को दिनभर मंथन चलता रहा। जिला जज व डीएम के प्रतिनिधियों ने कचहरी परिसर में चिह्नित एवं अन्य स्थानों का निरीक्षण किया, लेकिन शाम तक कोई निर्णय नहीं हो सका। इस कारण गुरुवार को भी अधिवक्ताओं की हड़ताल रहेगी।
बुधवार को सुबह 10:30 बजे मेरठ बार एसोसिएशन के पदाधिकारी जिला जज नलिन कुमार श्रीवास्तव के पास पहुंचे। वहां से जिला जज के प्रतिनिधि के रूप में इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी के अध्यक्ष अपर जिला जज गुरप्रीत सिंह बावा एवं नजारत इंचार्ज अपर जिला जज हरबंश नारायण, सिविल जज सीनियर डिवीजन यजुवेंद्र सिंह, डीएम के प्रतिनिधि के रूप में एडीएम सिटी अजय कुमार तिवारी, मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगेराम एवं महामंत्री नरेश दत्त शर्मा, जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष रविंद्र सिंह, महामंत्री आनंद कश्यप के प्रतिनिधि मंडल ने कचहरी व कलक्ट्रेट परिसर में कॉमर्शियल कोर्ट के लिए कई स्थानों को देखा। साथ ही दोनों बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों की ओर से सुझाव भी रखे गए। इसके बाद बैठक हुई। बैठक के उपरांत भी दोबारा इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी के अध्यक्ष ने एक बार उन स्थानों को देखा, लेकिन देर शाम तक स्थान के विषय में कोई भी निर्णय नहीं हो पाया।
मेरठ बार एसोसिसशन अध्यक्ष मांगेराम ने बताया कि बार पदाधिकारियों ने कचहरी परिसर में चार स्थानों व जिला बार एसोसिएशन परिसर में भी एक स्थान को दिखाया है, परंतु स्थान का चयन जिला जज व डीएम को करना है। देर शाम तक बार पदाधिकारियों को जिला जज व डीएम की ओर से कोई आश्वासन नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि इस कारण गुरुवार को भी अधिवक्ता कोर्ट के मुद्दे को लेकर न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे और विरोध भी जताएंगे।