सर छोटूराम इंस्टीट्यूट में 'कनवर्जन' शुरू, वीसी बोले-दूसरे के लिए उपयोगी बनें छात्र
सर छोटूराम इंजीनियरिग इंस्टीट्यूट (चौ. चरण सिंह विवि परिसर) में तीन दिवसीय कनवर्जन की शुरुआत हो गई है। पहले दिन मॉडल मेकिंग इवेंट हुआ।
मेरठ । सर छोटूराम इंजीनियरिग इंस्टीट्यूट (चौ. चरण सिंह विवि परिसर) में तीन दिवसीय 'कनवर्जन' की शुरुआत हो गई है। पहले दिन मॉडल मेकिंग इवेंट हुआ। उद्घाटन के दौरान कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि अगर हमें सफल होना है तो दूसरों के लिए हमेशा उपयोगी बनना होगा।
सर छोटूराम इंस्टीट्यूट में आयोजित कनवर्जन का शुभारंभ नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में हुआ। कुलपति ने अपने संबोधन में छात्रों से कहा कि जो अपना जीवन दूसरे के लिए समर्पित करता है, या फिर त्याग करता है, उस व्यक्ति को समाज और दुनिया याद रखती है। उन्होंने यह भी कहा कि टेक्नोलॉजी में जब आप अच्छा करना चाहते हैे तो उन छोटे-छोटे कामों को पूरे मन और ध्यान से करें। सारी समस्याओं का जड़ डायवर्जन है, डायवर्जन को खत्म करने के लिए कनवर्जन तक पहुंचना पड़ता है। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर प्रो. जयमाला ने कहा कि इंस्टीट्यूट में परिवर्तन हो रहा है। यह कार्यक्रम उसी की कड़ी है, जहां बच्चों को कुछ रचनात्मक कार्य करने का मौका मिलेगा। प्रतिकुलपति प्रो. वाई विमला, डीएसडब्लू प्रो. जितेंद्र कुमार ढाका, चीफ प्राक्टर प्रो. वीरपाल, डिप्टी डायरेक्टर डा. राजीव सिजेरिया, प्रो. सत्यप्रकाश, प्रो. रूप नारायण, मनोविज्ञान अध्यक्ष स्नेहलता जायसवाल, डा. धमेंद्र रहे। डा. धर्मेद्र, अमित शर्मा, पंकज कुमार, मानव बंसल आदि मौजूद रहे। संचालन सविता मित्तल ने किया।
देशभक्ति का संदेश दिया
बीटेक की छात्रा ने वंदेमातरम गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद बीटेक के छात्रों ने देशभक्ति से ओतप्रोत नाटक प्रस्तुत कर ऑडिटोरियम का माहौल बदल दिया।
ये रहे विजेता
मॉडल मेकिंग इवेंट के चरखा, रिक्शा में पहला स्थान मैकेनिकल ब्रांच के रईस अहमद, मैकेनिकल के आकाश सिंह विजेता रहे। दूसरा स्थान मैकेनिकल के शिवम मित्तल, शिवम कुमार, अमन गुप्ता, और शिवम शर्मा ने हासिल किया। पीपीटी प्रजेंटेशन में अविनाश सिरोही कंप्यूटर साइंस और अदिति मिश्रा प्रथम रहे। दूसरे स्थान पर सोमेश सेठ, तरुण कुमार रहे। प्रतियोगिता में इंजीनियर जेएन बेंथम, इंजीनियर मिलिंद, इंजीनियर साक्षी रहे।