'सूरा सो पहिचानिये जो लड़े दीन के हेति'
सिख समुदाय ने मकर संक्रांति के पर्व को मुक्ति दिवस के रूप में मनाते हुए शहीदों को याद किया। इस अवसर पर थापरनगर गुरुद्वारा में सुबह व रात्रि में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मेरठ, जेएनएन। सिख समुदाय ने मकर संक्रांति के पर्व को मुक्ति दिवस के रूप में मनाते हुए शहीदों को याद किया। इस अवसर पर थापरनगर गुरुद्वारा में सुबह व रात्रि में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। सर्वप्रथम गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ की संपूर्णता हुई। बाद में रागी भाई प्रीतम सिंह ने 'आप मुक्त, मुक्त करे संसार, नानक तिस जान कओ सदा नमस्कार' और अखंड कीर्तनी जत्थे ने 'सूरा सो पहिचानिये जो लड़े दीन के हेति' शब्दों का गायन किया। सहारनपुर से पहुंचे गुरमीत सिंह ने 'माघि पूनीत भई तीरथ अंतरि जानिआ' शबद का गायन किया। मुख्य ग्रंथी ज्ञानी चरनप्रीत सिंह ने कहा कि गुरु साहिब ने सत्संग में हरिनाम सिमरन का स्नान कर शुभ गुणों का दान करने की शिक्षा दी। मात्र सरोवर में स्नान करना या धन के दान से ही कर्मदोष समाप्त नहीं हो सकते।
इस अवसर पर सभा उपाध्यक्ष सरदार रणजीत सिंह जस्सल ने मुक्तसर साहिब पंजाब के चालीस मुक्ते शहीदों को श्रद्धापुष्प भेंट किए। ग्रंथी भाई किशनपाल सिंह ने गुरुबाणी पाठ का उच्चारण किया। सभा अध्यक्ष रणजीत सिंह नंदा, महासचिव हरप्रीत सिंह, सचिव जसबीर सिंह खालसा, सुरिद्र सिंह भाटिया, कोषाध्यक्ष दविद्र सिंह नंदा, अमनदीप सिंह, सोहन सिंह, अमरजीत सिंह चावला आदि ने भी श्रद्धापुष्प भेंट किए।
राहगीरों का चखाया खिचड़ी प्रसाद
टीपीनगर में बागपत रोड पर व्यापारियों ने राहगीरों को खिचड़ी बांटी। इस दौरान पश्चिम उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल बागपत रोड के अध्यक्ष अभि जैन, उपाध्यक्ष उमेश गर्ग, विकास आदि मौजूद रहे।
जरूरतमंदों को बांटे वस्त्र व प्रसाद
जरूरतमंदों को सर्दी से बचाने के लिए सामाजिक संस्था सहारा फाउंडेशन एक नई किरण ने गुरुवार को काली पलटन, कुष्ठ आश्रम मोदीपुरम, प्रेमनिवास समेत अन्य जगहों पर लोगों को वस्त्र, खाद्य सामग्री आदि बांटी। इस दौरान संस्था की संस्थापक अनुष्का मुखर्जी, जानकी, रिया, मयंक, आर्यन आदि उपस्थिति रहे।