मेरठ में छोटी नहर का पुल गिरने से ट्रक धंसा, दर्जनों गांवों का संपर्क टूटा, अंग्रेजों के समय हुआ था निर्माण
Meerut News ब्रिटिशकाल में बना पुल गिर गया। सलावा झाल के पास सुबह करीब पांच बजे की घटना। हादसे के समय नहीं था आवागमन। करीब 12 फुट रहता है नहर में पानी। पुल टूटने से पटरी से होकर गुजर रहे लोग। निरीक्षण के लिए नहीं पहुंचे अधिकारी।
मेरठ, जागरण टीम। सरधना थाना क्षेत्र के सलावा झाल के पास शनिवार सुबह करीब पांच बजे छोटी नहर का पुल भरभराकर टूट गया। इस दौरान एक दस टायरा ट्रक धंस गया और चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई। उधर, पुल के भरभराकर टूटने से चौबिसी के दर्जनों गांव का संपर्क टूट गया। ऐसे में ग्रामीण दो पहिया वाहनों पर सवार होकर बारहदरी के पटरी से होकर जा रहे है।
सलावा पावर प्लांट को जाता है पानी
सलावा झाल के पास ब्रिटिशकाल के समय छोटी नहर पर पुल बना हुआ है। जिसका पानी सलावा पावर हाउस को जाता है। शनिवार सुबह करीब पांच दस टायरा डस्ट लदा ट्रक चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग से होकर सलावा गांव को जा रहा था। जिस समय ट्रक छोटी नहर के पुल पर पहुंचा। तभी पुल भरभराकर गिर गया। इस दौरान चालक ने अपनी कूदकर जान बचाई और फरार हो गया। वहीं, पुल टूटने की जानकारी पर ग्रामीण भी पहुंच गए और भीड़ जुटनी शुरू हो गई।
चौबिसी के दर्जनाें गांव के ग्रामीणों का संपर्क टूटा
सलावा झाल के पास छोटी नहर के पुल से होकर ग्रामीण चौबिसी में जाते हैं। इसके चलते दर्जनों गांव के ग्रामीणों का संपर्क टूट गया और विधायक अतुल प्रधान को अवगत करा पुल के निर्माण की बात कही।
दिन में होता हादसा तो हो जाती बड़ी घटना
दिनभर छोटी नहर के पुल से होकर राहगीर वाहनों पर सवार होकर चौबिसी में जाते है। अगर यह हादसा दिन में होता तो बड़ी घटना हो जाती। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बोर्ड लगा रखा है। जिसमें चेतावनी दी है कि नहर में पानी की गहराई 12 फीट है। जिसमें तैरना मना है।
घटना के चार घंटे बाद भी नहीं पहुंचे कोई अधिकारी
ग्रामीणों की सूचना पर सिंचाई विभाग के रेगूलेशन कर्मचारी धर्मपाल सिंह और वर्तिश शर्मा पहुंच गए। लेकिन, घटना के चार घंटे बाद भी वरिष्ठ अधिकारी नहीं पहुंचे। जिस पर ग्रामीणों ने रोष प्रकट किया।
पुलिस की गश्त की खुली पोल
ग्रामीणों ने बताया कि घटना करीब सवा पांच बजे की है। लेकिन, सलावा चौकी पुलिस साढ़े सात बजे तक कोई जानकारी नहीं थी। ऐसे में पुलिस की गश्त की पोल खुल गई। वहीं, ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया। जबकि सलावा चौकी से छोटी नहर बीस से पच्चीस कदम की दूरी पर है।
बारहदरी के पटरी से होकर चौबिसी को जा रहे ग्रामीण
घटना के बाद ग्रामीण दो पहिया वाहनों पर सवार होकर बारहदरी के पटरी से होकर जाने लगे। उस समय वहां कोई पुलिस मौजूद नहीं थी। ऐसे में पुलिस की लापरवाही के चलते कोई बड़ी घटना हो सकती है।
अतुल प्रधान ने सोशल मीडिया पर डाले फोटो
ग्रामीणों की सूचना पर सरधना विधायक अतुल प्रधान ने सोशल मीडिया पर फोटो प्रसारित कर मुख्यमंत्री कार्यालय व डीएम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को पूरे मामले से अवगत कराया और ग्रामीणों के समस्या के समाधान की बात कही।
चौकी इंचार्ज ने ही हादसे की जानकारी दी थी। मामला पूरा संज्ञान में है। अगर बारहदरी के पटरी के पास पुलिस नहीं है तो उन्हे भेजा जा रहा है। रमाकांत पचौरी, प्रभारी निरीक्षक, थाना सरधना
मामला संज्ञान में है। मैं मौके पर करीब साढ़े नौ बजे पहुंचा हूे। लेकिन इसका समाधान पीडब्ल्यूडी के अधिकारी करेंगें। क्योंकि, पुल वही बनाते हैं। उमेश भारद्वाज, जेई, सिंचाई विभाग