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जवानी में लगने लगा है जंग, नमक-चीनी खाएं थोड़ा कम

एनसीआर में लोग रोजाना 12 ग्राम नमक व 70 ग्राम तक चीनी खा रहे हैं। बोन डेंसिटी टेस्ट में भी 80 फीसद फेल बच्चों में भी हार्ट व किडनी की बीमारी मिल रही है।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 02:52 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 03:10 PM (IST)
जवानी में लगने लगा है जंग, नमक-चीनी खाएं थोड़ा कम
मेरठ, [संतोष शुक्ल]। 41 साल की मंजू का वजन 90 किलो से ज्यादा है। बीपी, शुगर व घुटनों के दर्द ने भी जकड़ लिया है। डाक्टर ने डायट चार्ट बनाया तो पता चला कि वो रोजाना 12-14 ग्राम नमक खाती हैं। 26 साल के एथलीट कैलाश में हृदय रोग मिला। बोन डेंसिटी टेस्ट में साफ हुआ कि बचपन से ज्यादा नमक खाने की आदत ने हड्डियां खोखली कर दीं। मरीजों की केस स्टडी खंगालने पर स्थिति और भयावह मिली। मेडिकल कालेज और सीएसई की शोध रिपोर्ट बताती है कि नमक, चीनी व फैट का कॉकटेल जवानी को निगल रहा है।
मोटापे के बोझ तले दबा बचपन
दिल्ली की सेंटर फार साइंस एंड इंवायरमेंट ने एनसीआर के 16 हजार लोगों पर सर्वे कर पाया कि वर्ष 2000 से 2010 के बीच चीनी, नमक व वसा का सेवन करीब दोगुना बढ़ गया, जो इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन के मानकों से सौ फीसद ज्यादा है। 2019 तक नमक के सेवन में 50 फीसद अतिरिक्त वृद्धि हो जाएगी। इस वजह से स्कूली बच्चों में भी मोटापा, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग एवं हड्डियों में फ्रैक्चर का रिस्क बढ़ा है।
दोगुना नमक-चीनी खा रहे
मेडिकल कालेज के कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा. हरवंश चोपड़ा ने हृदय रोगों के रिस्क फैक्टर पर 2016 में शोध किया। पता चला कि मेरठ की 49 फीसद महिलाएं ज्यादा नमक खाती हैं। पिज्जा, बर्गर, अचार, पापड़, सैंडविच, समोसा, नमकीन एवं रोजमर्रा के भोजन में प्रतिदिन 10 से 14 ग्राम तक नमक खा रही हैं। इनमें से 80 फीसद की हड्डियां कमजोर मिलीं।
12 गुना खा रहे ट्रांसफैट
सेंटर फार साइंस ने 2009 से 2014 के बीच बाजार कहां के में बिकने वाले तमाम खाद्य तेलों की जांच की। वनस्पति तेलों में ट्रांस फैट की मात्रा मानक से 12 गुना थी। उधर, सूर्यमुखी के तेल में मोनोअनसेचुरेटेड फैटी एसिड 23 से 48 फीसद, सोयाबीन आयल में ओमेगा-6 फैटी एसिड 28 से 54 फीसद व सरसों के तेल में माल अनसेचुरेटड फैटी एसिड-हार्ट एवं कोलेस्ट्राल का रिस्क कम करने वाला 27 से 68 फीसद मिला। आंकड़ों से यह नहीं पता चला कि कौन ता तेल सेवन करना चाहिए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
डेक्सा स्कैन में 85 फीसद महिलाओं की हड्डी रेड जोन में मिली हैं। 15 से 50 वर्ष के पुरुषों में भी यह आंकड़ा करीब 70 फीसद तक है। इन्हें चोट लगने पर हड्डियों में जल्द फ्रैक्चर होता है। कई मरीजों को हार्मोन्स का इंजेक्शन देकर हड्डियां मजबूत करनी पड़ती हैं।
- डा. अतुल रस्तोगी, आर्थोपेडिक सर्जन
नमक की मात्रा पांच ग्राम प्रतिदिन से ज्यादा कतई नहीं होनी चाहिए। शोध में पता चला है कि महिलाएं पुरुषों से ज्यादा नमक खाती हैं। स्कूली बच्चे रोजाना 10-12 ग्राम तक नमक खाते हैं, जिससे मोटापे के साथ ही हड्डियां भी कमजोर हो रही हैं।
-डा. हरवंश चोपड़ा, विभागाध्यक्ष, कम्युनिटी मेडिसिन, मेडिकल कालेज
नमक का सेवन चीनी और वसा से भी ज्यादा खतरनाक है। यह शरीर में पानी रोकने के साथ ही किडनी में सूजन बनाता है। यह रक्तचाप बढ़ाकर शरीर के हर अंग पर असर डालता है। युवक चार के बजाय रोजाना 12 ग्राम तक नमक खाकर जिंदगी गला रहे हैं।
-डा. संजीव सक्सेना, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ 

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