हजारों युवाओं को मिलेगा रोजगार, मेरठ में आइटी पार्क का उद्घाटन करने आएंगे मुख्यमंत्री Meerut News
मेरठवासियों का आइटी पार्क का सपना जल्द पूरा होने वाला है। इसी साल 25 दिसंबर को इसके उद्घाटन करने की तैयारी है। सीएम योगी उद्घाटन के लिए मेरठ आएंगे।
मेरठ, जेएनएन। आइटी सेक्टर के हजारों युवाओं को नौकरी व रोजगार देने के मकसद से बनाए जा रहे आइटी पार्क के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद भी मौजूद रहेंगे। इसी साल 25 दिसंबर को उद्घाटन करने की तैयारी है। हजारों युवाओं का आइटी पार्क बनने का सपना अब पूरा होने को है।
सांसद ने किया भवन का निरीक्षण
गुरुवार सुबह सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआइ) नोएडा क्षेत्रीय कार्यालय के डायरेक्टर रजनीश अग्रवाल, नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन के डीजीएम धर्मेंद्र मुद्गल, कार्यदायी संस्था मित्तल कंस्ट्रक्शन के एमडी आरके मित्तल व डायरेक्टर रोहित मित्तल की मौजूदगी में भवन का निरीक्षण किया। यह भवन वेदव्यासपुरी में दिल्ली-देहरादून बाइपास के नजदीक निर्माणाधीन है। भवन का बाहरी कार्य लगभग पूरा हो गया है और अंदर का कार्य तेजी से जारी है। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिवस है। इस दिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसलिए सांसद का प्रयास है कि इस दिन उपलब्धि के रूप में इसे प्रस्तुत किया जा सके।
उद्घाटन के बाद भी जारी रहेंगे काम
उद्घाटन होने के बाद भी तमाम कार्य बाकी रहेंगे, जिसे करीब दो माह ही पूरा किया जा सकेगा। हालांकि कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों का दावा है कि 26 जनवरी तक सभी आंतरिक कार्य भी पूरा कर लेंगे। इसमें केबिन बनाना, साज-सज्जा, फर्नीचर आदि कार्य शामिल हैं।
आने को तैयार हैं कंपनियां
भवन हैंडओवर होने पर एसटीपीआइ की ओर से आइटी कंपनियों को आमंत्रित करने के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा। एसटीपीआइ के संयुक्त निदेशक ब्रिजेश कुमार ने बताया कि तमाम कंपनियां मेरठ आइटी पार्क में सॉफ्टवेयर विकसित करने के लिए कार्यालय खोलने को रुझान दिखा रही हैं। बातचीत चल रही है। विज्ञापन के बाद कंपनियों को कार्यालय आवंटित किए जाएंगे।
सितंबर 17 में हुआ था शिलान्यास
आइटी पार्क का शिलान्यास पांच सितंबर 2017 को हुआ था, लेकिन तमाम अवरोध बीच-बीच में आते रहे जिसकी वजह से देरी होती चली गई।