बुलंदशहर में बोले चौधरी जयंत, देशभक्ति को रोजगार से न जोड़े सरकार, होगा बड़ा आंदोलन
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने बुलंदशहर में कहा पंचायतों के जरिए युवाओं की सलाह पर अग्निपथ के खिलाफ होगा बड़ा आंदोलन। अग्निवीर अस्वीकार 60 लाख पदों पर भर्ती और अन्नदाता सम्मान की रखेंगे मांग।
बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने कहा कि देशक्ति को रोजगार से जोड़ने की भूल सरकार न करे। देश सेवा रोजगार नहीं है। अग्निपथ योजना ग्रामीण परिवेश की शिक्षा खत्म करेगा और जातिवाद को बढ़ावा मिलेगा। रात के अंधेरे में आनन-फानन तरीके से योजना के नाम पर अपने फैसले थोपना भाजपा का चलन हो गया है। बोले कि अग्निवीर बनाकर देश के युवाओं को धोखा दिया जा रहा है। 16 जुलाई में होने वाली आखिरी युवा पंचायत के बाद बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। अग्निपथ अस्वीकार, 60 लाख रिक्त पदों पर भर्तियां और अन्नदाता का सम्मान की मांगों को लेकर आंदोलन होगा।
बुधवार को अगौता क्षेत्र के गांव शाहनगर में आयोजित युवा पंचायत में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने बुलंदशहर को वीर-सपूतों को जन्म देने वाली धरती बताते हुए कहा कि सैदपुर गांव के प्रत्येक घर में पैदा होने वाले सेना के जवानों की वीर गाथाओं को प्रधानमंत्री भूल गए हैं। अग्निपथ योजना सभी को समझ आ रही, लेकिन केंद्र सरकार को नहीं। देश पर कुर्बान होने वालों की पेंशन में कटौती कर भाजपा देश की अर्थ व्यवस्था मजबूत करना चाहती है। देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होनी चाहिए। मंत्री, सांसद और विधायकगणों की सुरक्षा और ठाठबाट में खर्च होने वाले धन में कटौती होनी चाहिए। व्यापारीकरण का चश्मा लगाकर अग्निपथ योजना थोपी जा रही है। रालोद अध्यक्ष ने कहा कि चार साल बाद जब युवा लौटकर आएंगे तो अंतरकलह होगी, जिस युवा को देशसेवा का मौका मिलेगा वह चुप रहेगा, लेकिन 70 फीसदी जिन्हें निकाला जाएगा वह घर नहीं बैठेगा। वह नौजवान सड़कों पर उतरेगा।
उन्होंने अग्निपथ योजना को धरातल पर उतारने से पहले किसी की सलाह नहीं लेने का आरोप मढ़ा। कहा कि सांसद और सेना के सबसे बड़े अफसर वीके सिंह तक से भी सलाह नहीं ली गई। मेरे फूफा सिंधू मेजर जनरल हैं, अनुभवी हैं। गुलावठी के योगेंद्र सिंह यादव, केके राणा जिले के बड़े नाम हैं। किसानों और युवाओं से न सही, लेकिन लेकिन जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए खून बहाया है एक बार उनसे सलाह लेते तो पता चलता कि इसमें कितनी खामियां हैं। चेतावनी दी कि रालोद को भले ही राजनैतिक हानि हो, मैं चुनाव हार जाऊं लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे। किसान तीन कृषि कानून के विरोध में हुए आंदोलन की तरह अग्निपथ के खिलाफ भी एक बड़ा आंदोलन करेंगे।