उल्लास से मनाया गया सेंट जोंस चर्च का 200वां स्थापना वर्ष, विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन Meerut News
शहर के ऐतिहासिक चर्चो में शुमार सेंट जोंस चर्च के 200 वर्ष पूरे होने पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। आगरा क्षेत्र के विशप पीपी हाबिल ने इस मौके पर सभा को संबोधित किया।
मेरठ, जेएनएन। शहर के ऐतिहासिक चर्चो में शुमार सेंट जोंस चर्च के 200 वर्ष पूरे होने पर विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। लेखानगर स्थित इस चर्च में अपने उद्बोधन में आगरा क्षेत्र के विशप पीपी हाबिल ने कहा चर्च सिर्फ इमारत नहीं है ये प्रभु यीशु के अनुयायियों के समूह है जो उनके बताए रास्ते पर चलते हैं।
शिलापट का किया अनावरण
कहा ये हमारे लिए गर्व की बात है हमने इतना लंबा समय इस चर्च से जुड़ कर बिताया। इस महत्वपूर्ण मौके पर बिशप ने शिलापट के अनावरण किया। चर्च से संबंधित डीवीडी का भी विमोचन हुआ। बिशप पीपी हाबिल ने कहा कि यीशु ने दीन हीन की तरह जिंदगी जी थी, हमें भी जीवन में सरलता अपनानी चाहिए। पूरे चर्च श्वेत और लाल गुलाब के फूलों और पर्दो से सजाया गया। जीर्णोद्धार के बाद भव्य रूप से सजी चर्च की इमारत देखते ही बन रही थी। इस विशेष अवसर का भागीदार बनने शहर के विभिन्न भागों से ईसाई समाज के लोग आए।
नाटिका का मंचन
सेंट जोंस स्कूल के छात्रों ने यीशु के जीवन पर आधारित नाटिका का मंचन किया। चर्च की महिला पादरी रिनवि पी नोएल ने बाइबिल का पाठ किया। संडे स्कूल और चर्च के सदस्यों ने मसीही गीत गाये। परम प्रसाद के वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। चंद्रलेखा जैन, राजीव टाइटस, अनिल भट्टाचार्य, शुभ्रा लयल, आकाश मसीह, प्रफुल्ल मुकंद, रश्मि राय आदि मौजूद रहे।
56 हजार में तैयार हुई थी चर्च की इमारत
सेंट जोंस चर्च की आधारशिला 1819 में रखी गई थी। चर्च का डिजायन और वास्तुकला विशिष्ट इंग्लिश चर्च परंपरा की है। 1822 में चर्च बनकर तैयार हुआ। 1824 में बिशप रेजीनाल्ड हेबर ने इसका शुभारंभ किया था। उस समय चर्च की इमारत के निर्माण में 56000 रुपये का खर्च आया था। चर्च की वेदी और संगमरमर से निर्मित आकृतियां बरबस ही अतीत की ओर ले जाती हैं। तत्कालीन भारत के गर्वनर जनरल मार्कस हेस्टिंग्स भी इसकी उद्घाटन समारोह में शामिल हुए थे। बताया जाता है कि बिशप रेजीनाल्ड हेबर प्रसिद्ध कवि थे। उद्घाटन समारोह में वह कोलकाता से हाथी पर बैठकर मेरठ आए थे। तीन माह में उनका सफर पूरा हुआ था।|
चर्च के आकार का केक काटा
सेंट जोंस चर्च के 200वें स्थापना दिवस चर्च के आकार का केक काटा गया। चर्च के 200 वर्षो के इतिहास में पहली महिला पादरी रिनवी नोएल ने बताया कि एक वर्ष पूर्व स्थापना दिवस कार्यक्रमों की शुरुआत हुई थी जिसमें वृक्षारोपण, चित्रकारी और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। मेरठ के डीन पादरी पारितोष नोएल, आशीष हाबिल और डा. अविनाश चंद ने भी धार्मिक विधान में भाग लिया।