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सीसीएसयू की बीएससी कृषि की डिग्री बीएचयू में अमान्य

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की बीएससी कृषि की डिग्री को इस बार बीएचयू (बनारस हिदू यूनिवर्सिटी) में मान्यता नहीं मिली। जिसकी वजह से 2021 के टापर छात्र को भी बीएचयू के एमएससी कृषि में प्रवेश नहीं मिल पाया। दीक्षा समारोह में बुधवार को छात्र ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा बताई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Dec 2021 10:22 AM (IST)Updated: Fri, 24 Dec 2021 10:22 AM (IST)
सीसीएसयू की बीएससी कृषि की डिग्री बीएचयू में अमान्य
सीसीएसयू की बीएससी कृषि की डिग्री बीएचयू में अमान्य

मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की बीएससी कृषि की डिग्री को इस बार बीएचयू (बनारस हिदू यूनिवर्सिटी) में मान्यता नहीं मिली। जिसकी वजह से 2021 के टापर छात्र को भी बीएचयू के एमएससी कृषि में प्रवेश नहीं मिल पाया। दीक्षा समारोह में बुधवार को छात्र ने राज्यपाल को ज्ञापन देकर अपनी पीड़ा बताई। अब इसे लेकर विश्वविद्यालय ने अपने पैटर्न पर ध्यान दिया है। साथ ही इस विषय में विवि प्रशासन बीएचयू प्रशासन को भी पत्र लिख रहा है।

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मुजफ्फरनगर के कालेज से बीएससी कृषि में सिद्धांत तोमर को इस बार का किसान ट्रस्ट से चौधरी चरण प्रतिभा स्मृति पुरस्कार मिला। सिद्धांत को बीएससी कृषि की मार्कशीट परसेंटेज आधारित मिली थी। जिसकी बीएचयू में मान्यता नहीं है। बीएचयू ने सेमेस्टर सिस्टम और ग्रेड आधारित मार्कशीट न होने की वजह से सीसीएसयू की मार्कशीट पर सिद्धांत को प्रवेश नहीं दिया। जबकि छात्र ने प्रवेश परीक्षा में आल इंडिया में 36 वां स्थान लाया था। इस संबंध में कृषि संकाय के संकाध्यक्ष प्रो. एसएस गौरव का कहना है कि बीएससी कृषि का सिलेबस भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से लिया गया है। नई शिक्षा नीति में अब सेमेस्टर आधारित सिस्टम हो गया है, जिसमें मार्कशीट पर ग्रेड आएगा। आगे से ऐसी समस्या नहीं आएगी। उधर, रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार ने बताया कि डिग्री हर जगह मान्य है, यहां अभी ग्रेड सिस्टम नहीं था। इस सत्र से ग्रेड सिस्टम में मार्कशीट बनेगी।

बच्चों ने पौधे लगाकर जाने संरक्षण के उपाय

मेरठ : जनहित फाउंडेशन और आरएसएस के पर्यावरण संरक्षण गतिविधि अभियान के अंतर्गत गुरुवार को कलंजरी स्थित आर्य वैदिक इंटर कालेज में पौधारोपण किया गया। बच्चों ने पौधे लगाकर उसके संरक्षण के भी इंतजाम किए। संस्था की निदेशक अनीता राणा ने बताया कि राष्ट्रीय स्कूल पर्यावरण प्रतियोगिता में स्कूल ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाकर इस कार्यक्रम में प्रतिभाग करने की पहल की। साथ संस्था के सदस्यों ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के छोटे छोटे उपाय भी बताए। इस दौरान इंदरवीर सिंह, डा. रीना, संजीव कुमार, नरेन्द्र पाल सिंह और दर्शन कुमार भी उपस्थित रहे। -जासं


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