M.Ed. Session 2020-22: इंतजार हुआ खत्म, अप्रैल में एमएड की परीक्षाएं कराएगा सीसीएसयू, लग जाएं तैयारी में
सीसीएसयू और संबद्ध कालेजों में संचालित एमएड सत्र 2020-22 के प्रवेश कोविड-19 के कारण प्रभावित हुए और देरी से हुए। अब इस सत्र को नियमित करने की कोशिश होगी। इसके लिए एमएड प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं अप्रैल महीने में ही कराई जाएंगी।
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विवि परिसर और संबद्ध कालेजों में संचालित एमएड सत्र 2020-22 के प्रवेश कोविड-19 के कारण प्रभावित हुए और देरी से हुए। अब इस सत्र को नियमित करने की कोशिश होगी। इसके लिए एमएड प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं अप्रैल महीने में ही कराई जाएंगी। विवि ने सभी कालेजों व परिसर में संचालित कोर्स में अतिरिक्त कक्षाएं चलाकर एमएड प्रथम सेमेस्टर का पाठ्यक्रम पूरा करने को कहा गया है। परीक्षा नियंत्रक के अनुसार सिलेबस जल्द समाप्त होने के बाद परीक्षाएं कराई जाएगी। अप्रैल में परीक्षा होने पर अगले सेमेस्टर से सत्र नियमित हो जाएगा।
एक अप्रैल तक परीक्षा फार्म जमा कराएं छात्र
विवि की वार्षिक प्रणाली के अंतर्गत संचालित सभी संस्थागत एवं व्यक्तिगत स्तरीय बीए, बीकाम, बीएससी, बीएससी फिजिकल एजुकेशन हेल्थ एंड स्पोट्र्स व स्नातकोत्तर स्तर पर एमए, एमकाम, मुख्य व बैक परीक्षा आदि 10 अप्रैल को शुरू हो रही हैं। उक्त पाठ्यक्रमों में जिन छात्र-छात्रओं ने परीक्षा फार्म भर कर शुल्क आनलाइन जमा करा दिया है, वह विवि द्वारा आवंटित कालेजों में सभी कागजातों के साथ परीक्षा फार्म एक अप्रैल तक जरूर जमा करा दें। इनके आनलाइन सत्यापन किए जाएंगे। कालेज फार्मों की योग्यता जांचने के बाद पांच अप्रैल तक विवि के परीक्षा विभाग में जमा करा दें।
14 हजार छात्रों का बीएससी रिजल्ट जारी
चौ. चरण सिंह विवि की ओर से संबद्ध कालेजों में संचालित बीएससी तृतीय वर्ष बैक पेपर परीक्षा 2020 का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस परीक्षा में करीब 14 हजार छात्र-छात्रओं ने हिस्सा लिया था। इनके रिजल्ट विवि की वेबसाइट पर शनिवार को अपलोड कर दिया गया है। जिन छात्रों के रिजल्ट हैं वह सीसीएसयू की वेबसाइट पर देख सकते हैं।
विवि ने छात्र को किया ब्लैक लिस्ट
चौधरी चरण सिंह विवि की अनुशासन समिति ने हंिदूी विभाग के पूर्व छात्र व छात्र नेता शान मो. को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। शान के खिलाफ परीक्षा नियंत्रक सहित तमाम विभागों से शिकायत की गई थी। समिति ने शान को बार-बार विवि परिसर में विरोध व धरना प्रदर्शन करने, सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने पर विवि के किसी भी विभाग के सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने के साथ ही परिसर में प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया है।