Move to Jagran APP

CCSU नहीं कर पाया मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के कॉलेज की जांच Meerut News

आइएमटी कॉलेज के मामले में CCSU ने जांच कमेटी गठित तो की है लेकिन अभी तक जांच शुरू ही नहीं हो पाई है। पार्षद की शिकायत के बाद जांच कमेटी बनाई गई है।

By Ashu SinghEdited By: Published: Fri, 05 Jul 2019 01:34 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 01:34 PM (IST)
CCSU नहीं कर पाया मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के कॉलेज की जांच Meerut News
CCSU नहीं कर पाया मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के कॉलेज की जांच Meerut News
मेरठ, जेएनएन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के कॉलेज की जमीन में फर्जीवाड़े की शिकायत चौ.चरण सिंह विश्वविद्यालय से की गई है। जिस कॉलेज की संबद्धता विवि ने दी थी,उसकी जमीन पर गाजियाबाद में दूसरा कॉलेज संचालित है। स्थानीय पार्षद की शिकायत पर विश्वविद्यालय ने मामले में जांच कमेटी गठित की है। हालांकि अप्रैल में जांच कमेटी तो गठित हो गई लेकिन अभी तक जांच शुरू ही नहीं हो पाई है।
1980 से चल रहा है कॉलेज
चौ.चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध लाजपतराय पीजी कॉलेज गाजियाबाद में है। इस कॉलेज की संबद्धता लाजपतराय स्मारक महाविद्यालय सोसाइटी से वर्ष 1967 में ली गई थी। वर्तमान में सोसाइटी लाजपतराय एजुकेशन सोसाइटी है। इसके प्रेसीडेंट मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं। इस सोसाइटी से साहिबाबाद गाजियाबाद में इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (आइएमटी) संचालित है। यह कॉलेज वर्ष 1980 से चल रहा है।
जमीन पर कब्जा कर खड़ा कर दिया कॉलेज
गाजियाबाद के स्थानीय पार्षद राजेंद्र त्यागी ने वर्ष 1984 की जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए विश्वविद्यालय से शिकायत की थी, जिसमें प्रमाणपत्र के साथ बताया गया है कि आइएमटी कॉलेज जिस जमीन पर चल रहा है, वह लाजपत राय पीजी कॉलेज के नाम से है। जिस जमीन पर कब्जा करके आइएमटी कॉलेज खड़ा किया गया है। पार्षद ने राज्यपाल से भी इसकी शिकायत की है। जिसका राज्यपाल ने संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कार्रवाई करने के लिए कहा है। उधर,राज्यपाल के निर्देश पर विश्वविद्यालय ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।
अप्रैल में चार सदस्यीय कमेटी गठित
राज्यपाल के संज्ञान में आने के बाद विश्वविद्यालय ने लाजपत राय की जमीन पर आइएमटी कॉलेज खुलने की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। इसमें मुजफ्फरनगर के रिटायर प्रिंसिपल डा.वीके त्यागी,रिटायर प्रिंसिपल वीके अग्रवाल,सहायक कुलसचिव संजीव कुमार और क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा.राजीव गुप्ता शामिल हैं। अप्रैल में इस कमेटी का गठन गया है। अभी तक जांच नहीं हुई है।
इनका कहना है
राजभवन से भी इस प्रकरण में पत्र आया है, जिसके बाद जांच कमेटी गठित की गई है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने भी इसमें जांच की है। एक जमीन पर दूसरे कॉलेज चलने का मामला है। इसका निस्तारण जल्द ही किया जाएगा।
- धीरेंद्र कुमार वर्मा,रजिस्ट्रार,सीसीएसयू,मेरठ
विवि ने जांच कमेटी तो गठित की है,लेकिन इसमें कौन संयोजक है और कौन सचिव स्पष्ट नहीं है। मैंने विश्वविद्यालय को लिखा है कि वह इसे स्पष्ट कराएं। जमीन में फर्जीवाड़े की शिकायत है,ऐसे में संबंधित एसडीएम को भी टीम में शामिल किया जाना चाहिए।
- डा.राजीव गुप्ता,क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी,मेरठ सहारनपुर मंडल 

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.