पंखों में आई ताकत अब आसमान में उड़ने की बारी है..
जागरण संवाददाता, मेरठ: पूरे साल कड़ी मेहनत के बाद मेधावियों के चेहरे परिणाम पाकर खिल गए
जागरण संवाददाता, मेरठ: पूरे साल कड़ी मेहनत के बाद मेधावियों के चेहरे परिणाम पाकर खिल गए। जब राज्यपाल राम नाईक ने पदक पहनाया तो उनके साथ परिजनों की आंखें भी खुशी से छलक पड़ीं। मौका था चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय के 29वें दीक्षांत समारोह का, जिसमें वर्ष 2017 में परीक्षा पास करने वाले स्नातक, परास्नातक में सबसे अधिक अंक पाने वाले छात्र छात्राओं को राज्यपाल ने पदक देकर सम्मानित किया।
शुक्रवार को विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह करीब सवा घंटा देरी से शुरू हुआ। इसके चलते मंच से पदक देने वाले छात्र, छात्राओं की संख्या कम करनी पड़ी। समारोह में कुल 1109 छात्र छात्राओं को उपाधि दी गई जबकि 48 छात्र-छात्राओं को विषय में सर्वाधिक अंक पाने पर पदकों से सम्मानित किया। राज्यपाल ने मंच से एमएससी (एजी) में सर्वाधिक अंक पाने वाले दिनेश कुमार सैनी को कुलाधिपति रजत पदक दिया। चक्रानुक्रम में एमफिल उर्दू में सबसे अधिक अंक पाने वाले वसी हैदर को पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक दिया गया। इसके अलावा किसान ट्रस्ट नई दिल्ली की ओर से चौ. चरण सिंह स्मृति प्रतिभा पुरस्कार बीएससी एजी के छात्र अभिजीत नंदी, राम निवास को दिया गया। दोनों को पुरस्कारस्वरूप क्रमश: आठ हजार व छह हजार रुपये धनराशि भी मिली। कुल 141 स्वर्ण पदक बांटे गए। विश्वविद्यालय ने इस बार न्यूरोसर्जन डा. भूपेंद्र चौधरी को 'विद्या वारिधि' की मानद उपाधि भी दी।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि उच्च शिक्षा में महिलाओं का उत्साहजनक प्रदर्शन देश में बदलाव का इशारा कर रहा है। महिलाएं हर क्षेत्र में करियर बना रही हैं। उन्होंने उपाधि लेने वाले छात्र, छात्राओं से मुखातिब होकर कहा कि डिग्री के रूप में उनके पंखों में ताकत आई है। अब उन्हें खुले आसमान में उड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। मुख्य अतिथि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति प्रो. एम. जगदीश कुमार ने छात्रों को शोध पर अधिक ध्यान देने को कहा। मौजूदा चुनौतियों को लेकर भी चिंता जताई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने विवि की प्रगति आख्या पेश की। समारोह में अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
दीक्षांत में इन्हें मिला पदक (प्रायोजित स्वर्ण पदक)
बीएससी गृह विज्ञान में शगुन नलवा, एमएससी गृह विज्ञान में मनु गुप्ता, एमएससी गृह विज्ञान में हिमानी यादव को श्रीमती गिन्नी देवी मोदी स्वर्ण पदक, एमकाम में आरती सिंघल, अजमन खान को स्व. मुराली लाल माहेश्वरी मेमोरियल स्वर्ण पदक, एलएलबी में गरिमा शर्मा को दाताराम शिंगल स्वर्ण पदक, एमजे में शालू चोपड़ा को अतुल माहेश्वरी स्वर्ण पदक, एमएससी भौतिकी में हर्ष कुमार को रामजी लाल स्वर्ण पदक, एमएससी भौतिकी में नगम मंसूरी को पुष्पलता स्वर्ण पदक, एमए संस्कृत में शिवानी चौधरी को श्रीनिवास स्मृति स्वर्ण पदक, दीपा शर्मा को रतिराम शास्त्री भंडार स्मृति स्वर्ण पदक मिला। इसके अलावा एमए अर्थशास्त्र में अर्शी को डा. राम मनोहर लोहिया स्मृति पदक, एमए समाजशास्त्र में जूली को डा. राम मनोहर लोहिया स्मृति पुरस्कार, एमएससी जंतु विज्ञान में श्वेता चौधरी को डा. आरसी दलेला स्वर्ण पदक, एमए राजनीति विज्ञान में आरती को एचएस चतुर्वेदी स्मारक स्वर्ण पदक, एमए अंग्रेजी में साक्षी चौधरी को नानपुर स्वर्ण पदक, एमए मनोविज्ञान में अमादी रबिया खानम को जेपी श्रीवास्तव स्मृति स्वर्ण पदक, एमएससी बायो इनफार्मेटिक्स में पूजा शर्मा को रामऔतार सिंघल स्मृति स्वर्ण पदक, एमए उर्दू में राहत अली को मौलाना अर्शी स्वर्ण पदक, एमए इतिहास में काशिफ को प्यारे लाल शर्मा पूर्व शिक्षा मंत्री स्वर्ण पदक, एमएससी वनस्पति विज्ञान में अंजलि को प्रो. वी पुरी स्वर्ण पदक, एमफिल सांख्यिकी में रजनी गोयल को डा. प्रेम कंसल स्वर्ण पदक, एमए इतिहास में योग्यता शर्मा को स्वर्ण पदक मिला। एमए समाजशास्त्र में शिवानी और एमए अर्थशास्त्र में सोबिया को डा. राम मनोहर लोहिया स्मृति स्वर्ण पदक मिला। इसके साथ ही अन्य प्रायोजित पदकों में एमएससी भौतिकी में हर्ष कुमार, बीबीए में योगिता त्यागी, बीसीए में प्रिंस, बीएससी बायोटेक्नोलॉजी में अनंता रिजवी, एमएससी बायोटेक्नोलॉजी में चित्रांश रस्तोगी, बीकाम में नीतिका कश्यप, बीएससी गणित में गुलशन, एमबीबीएस में पायल सिंह, बीटेक में अनिल कुमार पटेल, कृष्ण कुमार झा को अपने-अपने विषय में सर्वाधिक अंक पाने पर सम्मानित किया गया।
पदकों की दौड़ में छात्राएं छाई
कुल स्वर्ण पदक- 141
छात्रों को मिले- 39
छात्राओं को मिले-102