बिग-बी और जेम्स बांड के डायलॉग से कविता सीखेंगे सीबीएसई के छात्र
सीबीएसई स्कूलों में बच्चों को कठिन कविताओं को बेहतर ढंग से सिखाने के लिए अब अमिताभ बच्चन और जेम्स बांड के डायलॉग का सहारा लिया जाएगा।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 12:41 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 12:41 PM (IST)
मेरठ,जेएनएन। सीबीएसई स्कूलों में बच्चों को कठिन कविताओं को बेहतर ढंग से सिखाने के लिए अब अमिताभ बच्चन और जेम्स बांड के डायलॉग का सहारा लिया जाएगा। कविता की लाइनों को अलग-अलग विभाजित कर उन्हें डायलॉग की तरह बोलना सिखाने के साथ ही उसी अंदाज में उन लाइनों का मतलब भी बच्चों को सिखाया जाएगा। सत्र 2019-20 में सीबीएसई की ओर से लागू किए रहे आर्ट इंटीग्रेटेड एजुकेशन के अंतर्गत बच्चों को डायलॉग के साथ ही बॉलीवुड फिल्मी गीतों का सहारा भी लिया जाएगा जिससे बच्चों का सीखना आसान व मनोरंजक बनाया जा सके।
अन्य विषय भी सीखना होगा आसान
कक्षा एक से 12वीं तक आर्ट इंटीग्रेटेड एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए सीबीएसई ने महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए हैं। फिल्मी डायलॉग व गानों के इस्तेमाल के साथ ही बच्चों को वायु मंडल,जंगल या समंदर आदि के बारे में बताने व समझाने के लिए बच्चों को एक प्लानेट,फॉरेस्ट या ओसन को चुन कर उसके लिए ट्रैवल ब्रोसर बनाने से जोड़ा जा सकता है। इसी तरह केमिस्ट्री में रिएक्शन और कंपाउंड को समझाने के लिए बच्चों को एलिमेंट या कंपाउंड बनकर जुड़ने अथवा न जुड़ने की प्रक्रिया से गुजार कर सिखाना संभव होगा।
हर कक्षा के लिए किया अनिवार्य
सीबीएसई की ओर से जारी प्रेस नोट में स्पष्ट कर दिया गया है कि स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं तक के हर बच्चे को आर्ट एजुकेशन से जोड़ना होगा। हर स्कूल में अनिवार्य रूप से सप्ताह में दो पीरियड आर्ट एजुकेशन के लिए रिजर्व करना होगा। आर्ट से संबंधित म्यूजिक, डांस, विजुअल आर्ट और थिएटर इसमें शामिल होगा। इसमें प्रमुखता सिखाने पर अधिक होगी। इसमें बच्चों को कला के इन सभी माध्यमों को कर के सीखेंगे।
सीखेंगे पाक कला भी
कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों को कलिनरी यानी पाक कला भी सिखाई जाएगी। इसमें बच्चों को पौष्टिक आहार,देश में उगाए जाने वाले अलग-अलग अनाजों की जानकारी,विभिन्न बीजों से निकाले जाने वाले तेल,कृषि में विभिन्न स्वरूप आदि की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसमें बच्चों को थ्योरी,प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क से जोड़ा जाएगा।
अन्य विषय भी सीखना होगा आसान
कक्षा एक से 12वीं तक आर्ट इंटीग्रेटेड एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए सीबीएसई ने महत्वपूर्ण दिशा निर्देश जारी किए हैं। फिल्मी डायलॉग व गानों के इस्तेमाल के साथ ही बच्चों को वायु मंडल,जंगल या समंदर आदि के बारे में बताने व समझाने के लिए बच्चों को एक प्लानेट,फॉरेस्ट या ओसन को चुन कर उसके लिए ट्रैवल ब्रोसर बनाने से जोड़ा जा सकता है। इसी तरह केमिस्ट्री में रिएक्शन और कंपाउंड को समझाने के लिए बच्चों को एलिमेंट या कंपाउंड बनकर जुड़ने अथवा न जुड़ने की प्रक्रिया से गुजार कर सिखाना संभव होगा।
हर कक्षा के लिए किया अनिवार्य
सीबीएसई की ओर से जारी प्रेस नोट में स्पष्ट कर दिया गया है कि स्कूलों में कक्षा एक से 12वीं तक के हर बच्चे को आर्ट एजुकेशन से जोड़ना होगा। हर स्कूल में अनिवार्य रूप से सप्ताह में दो पीरियड आर्ट एजुकेशन के लिए रिजर्व करना होगा। आर्ट से संबंधित म्यूजिक, डांस, विजुअल आर्ट और थिएटर इसमें शामिल होगा। इसमें प्रमुखता सिखाने पर अधिक होगी। इसमें बच्चों को कला के इन सभी माध्यमों को कर के सीखेंगे।
सीखेंगे पाक कला भी
कक्षा छह से आठवीं तक के बच्चों को कलिनरी यानी पाक कला भी सिखाई जाएगी। इसमें बच्चों को पौष्टिक आहार,देश में उगाए जाने वाले अलग-अलग अनाजों की जानकारी,विभिन्न बीजों से निकाले जाने वाले तेल,कृषि में विभिन्न स्वरूप आदि की जानकारी प्रदान की जाएगी। इसमें बच्चों को थ्योरी,प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क से जोड़ा जाएगा।
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