पांच करोड़ के बैंक ऋण घोटाले में सीबीआइ ने खंगाले दस्तावेज, ये मिले महत्वपूर्ण दस्तावेज
मंगलवार को गाजियाबाद से सीबीआइ की टीम ने हस्तिनापुर पहुंचकर ली जानकारी। 2017 में गाजियाबाद के प्रमोद के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना कर रही सीबीआइ।
मेरठ, जेएनएन। तीन साल पहले हुए पांच करोड़ के बैंक ऋण घोटाले में सीबीआइ की टीम ने मंगलवार को हस्तिनापुर पहुंचकर दस्तावेज खंगाले है। साथ ही प्रशानिक अफसरों से मामले की जानकारी ली। नगर पंचायत कार्यालय से लेकर पोस्ट ऑफिस तक सभी दस्तावेज की जानकारी मांगी है। काफी साक्ष्य एकत्र करने के बाद सीबीआइ की टीम वापस लौट गई।
यह है मामला
गाजियाबाद के रहने वाले प्रमोद कुमार ने हस्तिनापुर इंडस्ट्रीयल एरिया की भूमि पर फर्जी कंपनी बनाकर बैंक से पांच करोड़ का ऋण लिया था। मामला पकड़ में आने के बाद 2017 में प्रमोद कुमार के खिलाफ गाजियाबाद में मुकदमा दर्ज किया गया। मामला बड़ा होने की वजह से इसकी विवेचना सीबीआइ गाजियाबाद यूनिट को दी गई। तब से सीबीआइ की टीम इस मामले में गहनता से जांच कर रही है। कई बार सीबीआइ की टीम हस्तिनापुर पहुंचकर जांच पड़ताल कर चुकी है। मंगलवार को भी सीबीआइ की टीम ने हस्तिनापुर पहुंचकर जांच की। एसडीएम मवाना ऋषिराज ने बताया कि हस्तिनापुर के इंडस्ट्रीयल एरिया की भूमि पर कंपनी दिखाकर लिए गए ऋण के मामले में सीबीआइ जांच करने पहुंची है। टीम ने नगर पंचायत कार्यालय जाकर आई 20 प्लाट के दस्तावेज के बारे में जानकारी करनी मांगी। साथ ही कुछ दस्तावेज को चेक भी किया। ईओ हस्तिनापुर मुकेश मिश्रा ने बताया कि इस प्लाट संबंधित नगर पंचायत में गृहकर नही लगा है, जिस कारण कोई दस्तावेज भी रिकार्ड में नहीं मिल पाया है। उसके बाद सीबीआइ टीम कस्बे के सिविल लाइन स्थित डाकघर में पहुंची। जहां उन्होंने पोस्टमास्टर व पोस्टमैन से उक्त प्लाट संबंधित जानकारी जुटाई। साथ ही 2017 में हुए पत्राचार के बारे में भी जानकारी मांगी। देखा गया कि पत्राचार की किस किस स्थान पर डिलीवरी की गई। साथ ही यह भी देखा गया कि उन्हें किसने रिसीव किया था। माना जा रहा है कि सीबीआइ को कुछ जानकारी हासिल हो पाई है, सभी तथ्यों पर उन्हें जानकारी प्राप्त नहीं हुई। वहां से टीम आई 20 प्लाट की जानकारी जुटाने के लिए इंडस्ट्रीयल एरिया भी गई है, जहां पर गोपनीय तरीके से जांच पड़ताल की गई। प्लाट के आसपास के लोगों से भी सीबीआइ ने जानकारी ली है। इस मौके पर सीबीआइ टीम के साथ सीओ यूएन मिश्र, ईओ मुकेश मिश्रा मौजूद रहे।
इन्होंने बताया
सीबीआइ की टीम 2017 में धोखाधड़ी के एक मुकदमे में जांच करने के लिए आई थी। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने सीबीआइ की टीम का सहयोग किया है। जांच करने के बाद टीम वापस गाजियाबाद लौट गई है।
- अजय साहनी, एसएसपी