ये वीआइपी आरोपित हैं साहब ...इसलिए इन्हें पकड़ने से बच रही है पुलिस, यह है पूरा मामला
सहारनपुर में पटाखा व्यापारी सुभाष चोपड़ा व मलेरिया इंस्पेक्टर हैं फरार। पुलिस ने अभी तक भी गिरफ्तार करने की नहीं की कोशिश। जबकि एक आरोपित तो शहर में फाइव स्टार होटल बनवा रहा है। दूसरा आरोपित भी अपने घर पर गैरहाजिर रहकर मजे से हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। अक्सर कहा जाता है कि पुलिस गरीब और असहाय लोगों को ही परेशान करती है। देखने में आ भी रहा है। सहारनपुर जिले के दो थानों की पुलिस की कार्यप्रणाली कुछ ऐसी ही नजर आ रही है। कुतुबशेर और जनकपुरी थाने में दो वीआइपी लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए। मुकदमे दर्ज हुए भी कई दिन बीत गए, लेकिन अभी तक इन वीआइपी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जबकि एक आरोपित तो शहर में फाइव स्टार होटल बनवा रहा है। दूसरा आरोपित भी अपने घर पर गैरहाजिर रहकर मजे से हैं।
दरअसल, एसपी सिटी राजेश कुमार ने एक सूचना पर करीब 15 दिन पहले कुतुबशेर थानाक्षेत्र में दबिश दी थी। जहां पर तीन से चार मकानों में अवैध पटाखों का भंडारण पकड़ा गया था। जहां पर यह भंडारण किया गया था। यहां पर घनी आबादी थी। किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस की जांच में सामने आया कि पटाखा कारोबारी सुभाष चोपड़ा की कंपनी के नाम से पटाखे बनाए जा रहे थे। सुभाष चोपड़ा को नामजद तो कर लिया गया, लेकिन उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया। उनके कारिंदों को उसी समय गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था।
इसी तरह से जनकपुरी थाना पुलिस ने मलेरिया इंस्पेक्टर डीपी सिंह के मकान में देह व्यापार का धंधा होते हुए पकड़ा था। यहां से पुलिस ने तीन युवक और एक युवती को पकड़ा था। मलेरिया इंस्पेक्टर अपने विभाग से तो गैर हाजिर चल रहे हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वह रोजाना रात को अपने सरकारी आवास में आराम से रह रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग भी उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है। सुभाष चोपड़ा और मलेरिया इंस्पेक्टर दोनों की तलाश चल रही है। मलेरिया इंस्पेक्टर के बारे में कुछ जानकारी स्वास्थ्य विभाग से मांगी। मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। सुभाष चोपड़ा के यहां भी दबिश दी जा रही है। जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
- राजेश कुमार, एसपी सिटी