कामकाज ठप, अधिवक्ता डीएम आफिस में धरने पर बैठे
कचहरी परिसर से कामर्शियल कोर्ट को स्थानांतरित किए जाने के विरोध में सोमवार को भी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। हड़ताल के चलते पूरे कचहरी परिसर में कामकाज ठप रहा। गुस्साए अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। मांग पूरी न होने पर नारेबाजी कर डीएम कार्यालय में धरना दिया।
मेरठ, जेएनएन। कचहरी परिसर से कामर्शियल कोर्ट को स्थानांतरित किए जाने के विरोध में सोमवार को भी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। हड़ताल के चलते पूरे कचहरी परिसर में कामकाज ठप रहा। गुस्साए अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। मांग पूरी न होने पर नारेबाजी कर डीएम कार्यालय में धरना दिया। धरने के बाद मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन डीएम को दिया। डीएम ने इस मामले को लेकर मंगलवार को फिर से बैठक करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ही अधिवक्ता धरने से उठे। उधर, मंगलवार को मेरठ समेत पश्चिमी उप्र के अधिवक्ता इस मुद्दे को लेकर हड़ताल पर रहेंगे।
सोमवार सुबह अधिवक्ता पंडित नानक चंद सभागार से मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगेराम व महामंत्री नरेश दत्त शर्मा के नेतृत्व में कलक्ट्रेट पहुंचे। अपनी मांग को लेकर कुछ देर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसके बाद डीएम अनिल ढींगरा से वार्ता के लिए पहुंचे।
अधिवक्ताओं ने अपनी मांग को डीएम के समक्ष रखा। अधिवक्ता जहां कोर्ट को स्थानांतरित न करने की मांग पर अडे़ रहे। वहीं, डीएम का कहना था कि उनके पास कोई दूसरा विकल्प स्थान का नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि यह निर्णय अवस्थापना समिति का है, उनका नहीं है। इस पर काफी देर तक गहमागहमी होती रही। काफी देर तक हल न निकलने पर नाराज अधिवक्ता डीएम के समक्ष धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि जब तक वह मामले का हल नहीं निकालेंगे वह नहीं उठेंगे। अधिवक्ताओं का कहना था कि वह सम्पत्ति विवादित है। साथ ही मुकदमा आज भी अदालत में विचाराधीन है। अधिवक्ताओं ने इस दौरान नारेबाजी भी की।
इसके बाद डीएम ने कहा कि मंगलवार को सुबह 10 बजे अपने कार्यालय में बार पदाधिकारियों के साथ फिर से बैठक करेंगे। मंगलवार को फिर से बैठक के आश्वासन पर अधिवक्ता मान गए तथा वापस लौट गए।
जिला जज ने मुकदमे की जानकारी ली
मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगेराम व महामंत्री नरेश दत्त शर्मा ने बताया कि इस मामले को लेकर जिला जज से भी सोमवार को मिलकर वार्ता की। उनको बताया कि इस भवन का मामला जज खफीफा के न्यायालय में विचाराधीन है। जिला जज ने मुकदमे की जानकारी ली। बताया गया कि मामला वर्ष-2013 से न्यायालय में चल रहा है। धरना व प्रदर्शन में एमपी शर्मा, अजय त्यागी, गजेंद्र सिंह धामा, अशोक शर्मा, गजेंद्र पाल, उदयवीर राणा, डीडी शर्मा, राजेंद्र जानी, अनिल जंगाला, संजय शर्मा, देवकी नन्दन शर्मा, नरेश त्यागी, सरताज आलम, सचिन चौधरी, सतीश रूहासा, गिरजेश शर्मा, अजय मान, सुनील मलिक, झम्मन सिंह वर्मा, तुषार गुप्ता, अंकुर शर्मा सहित तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।