बसपा ने पिछड़ों को याद दिलाया अहसान, लोकसभा चुनाव की है सारी कवायद
मेरठ में बसपा का दो दिवसीय जिला स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें पिछड़ों को याद दिलाया गया कि पार्टी ने उनके लिए क्या-क्या किया।
मेरठ (जेएनएन)। भाजपा के पिछड़ी जाति के प्रति प्रेम को देखते हुए बसपा भी पिछड़ी जातियों को लुभाने के लिए खुलकर सामने आ गई है। अब बसपा उस अहसान को याद दिला रही है जब उसने पिछड़ी जाति के नेताओं को मंत्री बनाया, राज्यसभा और विधान परिषद में भेजा था। यह सारी कवायद 2019 को लेकर हो रही है। यह बातें किसी और ने नहीं बल्कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने कही हैं।
सम्मेलन का आयोजन
मौका था रुड़की रोड स्थित स्टैंडर्ड रिसोर्ट में बसपा के दो दिवसीय जिला स्तरीय कार्यकर्ता व भाईचारा कमेटी सम्मेलन का। अंतिम दिन प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए और मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान काम को गिनाया। इसमें सर्वसमाज की हिस्सेदारी और भागीदारी की चर्चा करने के बहाने यह बताया कि किस-किस को क्या-क्या पद दिया गया। नाम भले ही सर्वसमाज के भाईचारा कमेटी के सम्मेलन का था, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष का पूरा ध्यान पिछड़ी जातियों पर रहा। उनके दोनों दिनों के भाषण में पिछड़ी जातियों को बसपा से जुड़ने का आह्वान शामिल रहा। यही नहीं उन्होंने पिछड़ी जाति के किस नेता को क्या पद मिला, एक-एक कर गिनाया। यह भी बताया कि पिछड़ा वर्ग आयोग बनाकर भाजपा वोट हासिल करना चाहती है, जबकि पिछड़ों के लिए सबसे ज्यादा भलाई का काम मायावती ने किया। उन्होंने कहा कि 2007 में जिस तरह से भागीदारी रही उसी तरह से 2019 में भी ध्यान रखा जाएगा।
मुस्लिम और पिछड़ी जातियों का दिखा गठजोड़
सम्मेलन में अनुसूचित जातियों के साथ ही पिछड़ा वर्ग व मुस्लिम समाज के लोगों की भागीदारी रही। इसमें सुरेश कश्यप, दयाराम प्रजापति, अजीत पाल, दयाराम सैन, महीपाल माजरा, दीपक राणा, शाहजहां सैफी उपस्थित रहे। संचालन प्रवेश गोलू ने किया। इस मौके पर सतपाल पेपला, डा. कमल राजसिंह, शबील, ब्रह्मजीत गौतम, जिलाध्यक्ष सुभाष प्रधान, चतर सिंह आदि उपस्थित थे।